शिमला: बीती रात राजधानी शिमला में जमकर भारी बारिश हुई है. जिसके चलते शिमला के क्रॉसिंग चक्कर पर भारी मलबा सड़क पर आ गया और सड़क पर यातायात रुक गया. मलबे के कारण करीब तीन घंटे तक सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही बंद रही और दोनों ओर लंबा जाम लग गया. इस दौरान बिलासपुर चक्कर जाने के लिए गाड़ियों को बालूगंज से भेजा गया. वहीं, अब सड़क से जेसीबी द्वारा मलबा हटाया जा रहा है और फिलहाल गाड़ियों की आवाजाही को भी शुरू कर दिया गया.
पीडब्ल्यूडी विभाग शिमला के अधिकारी भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे. उनका कहना है कि बीती देर रात हुई जोरदार बारिश के कारण पहाड़ी से ये मलबा सड़क पर आ गया है, जल्द ही सड़क से सारे मलबे को हटाया जाएगा और गाड़ियों की आवाजाही सुचारू रूप से चलती रहेगी. मौके पर पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया है.
बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी
बता दें कि मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. आज प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान कई इलाकों में बारिश को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है. प्रदेश में तकरीबन एक सप्ताह तक मौसम खराब बना रहेगा.
हिमलैंड खलीनी लिंक रोड पर गिरा भारी भरकम पेड़
शिमला में बारिश के बाद पेड़ों के गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. देर रात हुई बारिश के चलते आज सुबह गुरुवार को हिमलैंड खलीनी लिंक रोड पर एक भारी भरकम पेड़ गिर गया, जिसके चलते आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई. गनीमत रही कि पेड़ गिरने के समय वहां से कोई गाड़ी या राहगीर नहीं गुजर रहा था, वरना कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था.
पेड़ काटकर रास्ते से हटाया जा रहा
रास्ते में पेड़ गिरने की सूचना नगर निगम शिमला को दी गई. जिसके बाद मेयर ने वन विभाग को इस पेड़ को काटकर यहां से हटाने के निर्देश दिए. वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और पेड़ को काटकर सड़क बहाली के काम में जुट गए हैं. नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि हिमलैंड में पेड़ गिरने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया गया, पेड़ काटकर सड़क से हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात में पेड़ों के गिरने का खतरा अक्सर बना रहता है, ऐसे में लोग खास सावधानी बरतें.