जयपुर: प्रदेश के जयपुर और भरतपुर संभाग में भारी बारिश के अलर्ट के बीच लगातार बारिश का दौर जारी है. दौसा के रामगढ़ पचेवरा में 258 मिलीमीटर और करौली के सपोटरा में 207 मिमी बारिश दर्ज की गई. रणथम्भौर में भारी बरसात के चलते 100 से अधिक लोग गणेश धाम और जोगी महल के पास फंस गए हैं. सवाईमाधोपुर के रणथंभौर में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है.
मौसम विभाग के अनुसार दौसा के निरझरना में 178.0 मिमी भारी बारिश, सवाई माधोपुर तहसील में 168, लालसोट 167 मिमी, राहुवास 161 मिमी, सवाई माधोपुर के खंडार में 152, मलारनाडूंगर में 144, बौंली में 140, दौसा के लवाण में 133 मिमी, नांगल राजावतान 132 मिमी, जयपुर तहसील 126 मिमी बारिश हुई है. इसी प्रकार जयपुर शहर में 118.4, सवाई माधोपुर के वजीरपुर में 117 मिमी तक भारी बारिश दर्ज की गई. राज्य में मध्यम तेज बारिश वाले इलाकों में गंगापुर सिटी 107 मिमी. दौसा 84 मिमी, सांगानेर 82, चाकसू 81, करौली के नाड़ोती में 85 गुड़गांव में 84 और श्री महावीर जी में 78 मिली मीटर भारी बारिश हुई. दौसा के भांडारेज 76, भरतपुर के जुरहरा में 76 मिलीमीटर ,भरतपुर तहसील 74मिमी ,अलवर के बानसूर में 71.0 मिमी,जयपुर के बस्सी में 72, चौमूं में 70, तूंगा 68 मिलीमीटर तक ,तो अलवर के कोकासिम में 65.0 मिमी भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह 8:30 बजे तक 118 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जयपुर में रुक-रुक कर बारिश का दौर अभी भी अगले दो- तीन घंटे जारी रहने की संभावना है.
पढ़ें: राजस्थान में बारिश से बिगड़े हालात, 23 लोगों की मौत, 7 जिलों में स्कूल बंद
वाइल्डलाइफ सफारी पर रोक: भारी बारिश के चलते प्रदेश में वाइल्डलाइफ सफारी पर एक हफ्ते के लिए रोक लगा दी गई है. मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पवन उपाध्याय ने इस बारे में रविवार को आदेश जारी किए. सात दिन के लिए प्रदेश में सभी टाइगर सफारी और लेपर्ड सफारी पर रोक रहेगी. वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा के निर्देश पर 7 दिन तक कोई भी वाइल्डलाइफ सफारी नहीं चलेगी.
#helpinghands #SDRF रेस्क्यू टीम ने #करौली के अंतर्गत ग्राम खेड़ली गुर्जर के समीप गम्भीरी नदी के बहाव में 65 वर्षीय व्यक्ति श्री जगमोहन पुत्र श्री रामेश्वर गुर्जर का जीवित रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।#Rajasthanpolice #monsoon2024 @PoliceRajasthan @KarauliPolice pic.twitter.com/IUOXL8tyHe
— SDRF RAJASTHAN (@SDRFRaj) August 12, 2024
रणथम्भौर में फंसे लोग: रणथम्भौर में भारी बरसात के चलते 100 से अधिक लोग गणेश धाम और जोगी महल के पास फंस गए हैं. इस दौरान शेरपुर तिराहे से जोगी महल तक संपर्क कट गया. जंगल के मिश्र दर्रे के पास गोमुख क्षेत्र में पानी की भारी आवक है. गौरतलब है कि कल शाम श्री गणेश धाम दर्शनों के लिए गए तमाम श्रद्धालु जंगल में भारी बारिश के चलते वापस नहीं लौट सके. 15 लोगों को रात को जोगी महल और शेष को गणेश धाम में रोका गया. FD अनूप के.आर., DCF रामानंद भाकर, SDM, ASP और NDRF की टीम मौके पर मौजूद रही. भारी बारिश और अंधेरे के चलते रात में रेस्क्यू नहीं हो सका था. सोमवार सुबह शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक 15 से अधिक लोगों को बाहर निकाला गया है. श्री गणेश धाम मंदिर में दर्शन कार्यक्रम को लेकर हालात सामान्य होने तक रोकने का आग्रह किया गया है.
झालाना के जंगलों में भी बहने लगा दरिया: भारी बारिश के कारण जयपुर के झालाना लेपर्ड सफ़ारी के ज़ोन नम्बर एक की ओर बना नाला उफान पर है. इसके अलावा सफ़ारी के प्रवेश द्वार के पास बने नाले के भी क्षतिग्रस्त होने की खबर है. जंगल में खींवसर वसर ट्रैक के पास पहाड़ दरकने से रास्ते को भी हल्का नुकसान हुआ है. फिलहाल लेपर्ड रिजर्व के बीच से बह रहे नाले में पानी का बहाव तेज है. पिछले साल भी तेज बहाव की कारण नाले की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी. वन विभाग ने कालका माता मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. नाका वनपाल कृष्ण कुमार मीणा और टीम मौके पर मौजूद हालात का जायजा ले रही है.
सपोटरा में भारी बारिश जारी: करौली में लगातार बारिश का दौर जारी है. यहां जिले के कई हिस्सों में अलसुबह से लगातार रिमझिम और तेज बारिश हो रही है. सपोटरा में बीते 12 घंटे के दौरान करीब 8 इंच बारिश दर्ज की गई है. बारिश से जिले के लगभग सभी बांध लबालब हो गए हैं. पांचना बांध में लगातार हो रही है पानी की तेज आवक के बाद आज सुबह दो और दरवाजे खोलकर चार गेट से पानी की निकासी की जा रही है. फिलहाल बांध से 16000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
बांधों पर चलने लगी चादर: जिले के कालीसिल बांध, मामचारी बांध और नीदर बांध पर चादर चालू है. वहीं करणपुर की घाटी में सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. सपोटरा, मंडरायल, करौली और हिण्डौन सहित अन्य इलाकों के गांवों में बारिश के कारण आवागमन बंद हो गया है. SDRF, सिविल डिफेंस टीम और पुलिस के जवान जगह जगह तैनात किए गए हैं. सुरक्षा की दृष्टि से बांधों, ताल तलैया पर लोगों के घूमने पर प्रतिबंध लगाया गया है. बीती रात गंभीरी नदी से एसडीआरएफ की टीम ने दो लोगों को रेस्क्यू किया. जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल रणगमा तालाब की सुरक्षा दीवार और पाल क्षतिग्रस्त हो गई. जिससे , खतरा बढ़ गया है.