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राज्य में हीटवेव का अलर्ट !, स्थानीय निकाय विभाग ने जारी की एडवाइजरी - Heatwave alert

स्थानीय निकाय विभाग की ओर से राजस्थान में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है. एडवाइजरी के अनुसार लोगों को गर्मी से बचने की सलाह दी गई है.

Heatwave alert
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 17, 2024, 9:59 PM IST

जयपुर. प्रदेश में स्थानीय निकाय विभाग की ओर से हीटवेव के अलर्ट की एडवाइजरी जारी की गई है. इस एडवाइजरी में वर्क स्पेस और घर से निकलने से पहले क्या करें और किन कार्यों को करने से बचें, इन सभी का जिक्र किया गया है. साथ ही जानवरों को भी सुरक्षित रखने और ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने की अपील की गई है.

भारतीय मौसम विभाग की ओर से सभी प्रदेशों में आपदा प्रबंधन का काम देखने वाले विभागों को एडवाइजरी जारी करने को लेकर पत्र भेजा गया था. इसके तहत स्थानीय निकाय विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. बीते सालों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने के चलते भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गर्मी के मौसम के लिए तापमान और वर्षा पर मार्च से मई 2024 के दौरान मौसमी आउटलुक जारी किया है. ऐसे में राजस्थान सहित कई राज्यों में हीटवेव की स्थिति के इफेक्टिव मैनेजमेंट, लू और ताप से बचाव कर आमजन को राहत के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. स्थानीय निकाय विभाग निदेशक सुरेश ओला ने बताया कि अप्रैल की शुरुआत से ही प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में गर्मी का सितम शुरू हो गया है. राज्य के कई शहरों में पारा ऊंचाई पर पहुंच गया है. इसी के मद्देनज़र आमजन को राहत देने के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की भी अपील की है.

इसे भी पढ़ें-हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी, चिकित्सा विभाग तैयार करेगा ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम - Heat Wave Alert In Rajasthan

सावधानी बरतने की सलाह : डीएलबी की ओर से जारी एडवाइजरी में लोगों से पर्याप्त पानी पीने, हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस, घर के बने पेय (लस्सी, नींबू का पानी, छाछ) का सेवन करने. हल्के रंग के ढीले, सूती कपड़े पहनने. साथ ही कहीं बाहर हैं, तो अपना सिर ढंकने के लिए कहा गया है. साथ ही आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करने और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगाने. कार्य स्थल पर ठंडे पेयजल का प्रबंध करें. श्रमिकों को सीधी धूप से बचने के लिए कहा गया है. इस एडवाइजरी में श्रमिकों को लू से संबंधित चेतावनी के बारे में सूचित करने. वहीं, जिन श्रमिकों के लिए गर्मी वाले क्षेत्र नए हों, उन्हें हल्का काम और कम घंटों का काम देने की की बात भी कही है. प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन और कार पूलिंग का उपयोग करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए कहा गया है.

एडवाइजरी में स्पष्ट किया कि धूप में बाहर जाने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर ना निकलें. नंगे पांव बाहर न जाएं. शरीर को डिहाइड्रेट करने वाले शराब, चाय, कॉफी और कॉर्बोनेटेड शीतल पेय से बचें. पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें, वे गर्म हवा से प्रभावित हो सकते हैं और कम ऑक्सीजन से उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग करने से बचें, जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते है.

जानवरों के लिए भी सलाह : डीएलबी डायरेक्टर सुरेश ओला ने जानवरों का भी ध्यान रखने की हिदायत देते हुए बताया कि बंद वाहन और कमरों में पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें. पशुओं को छाया में रखें और उन्हे पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें. ज्यादा गर्मी के दौरान पानी का छिड़काव करें. साथ ही हरी घास, प्रोटीन-वसा पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें. कम गर्मी वाले घंटों के दौरान ही उन्हें बाहर चरने दें.

जयपुर. प्रदेश में स्थानीय निकाय विभाग की ओर से हीटवेव के अलर्ट की एडवाइजरी जारी की गई है. इस एडवाइजरी में वर्क स्पेस और घर से निकलने से पहले क्या करें और किन कार्यों को करने से बचें, इन सभी का जिक्र किया गया है. साथ ही जानवरों को भी सुरक्षित रखने और ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने की अपील की गई है.

भारतीय मौसम विभाग की ओर से सभी प्रदेशों में आपदा प्रबंधन का काम देखने वाले विभागों को एडवाइजरी जारी करने को लेकर पत्र भेजा गया था. इसके तहत स्थानीय निकाय विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. बीते सालों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने के चलते भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गर्मी के मौसम के लिए तापमान और वर्षा पर मार्च से मई 2024 के दौरान मौसमी आउटलुक जारी किया है. ऐसे में राजस्थान सहित कई राज्यों में हीटवेव की स्थिति के इफेक्टिव मैनेजमेंट, लू और ताप से बचाव कर आमजन को राहत के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. स्थानीय निकाय विभाग निदेशक सुरेश ओला ने बताया कि अप्रैल की शुरुआत से ही प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में गर्मी का सितम शुरू हो गया है. राज्य के कई शहरों में पारा ऊंचाई पर पहुंच गया है. इसी के मद्देनज़र आमजन को राहत देने के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की भी अपील की है.

इसे भी पढ़ें-हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी, चिकित्सा विभाग तैयार करेगा ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम - Heat Wave Alert In Rajasthan

सावधानी बरतने की सलाह : डीएलबी की ओर से जारी एडवाइजरी में लोगों से पर्याप्त पानी पीने, हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस, घर के बने पेय (लस्सी, नींबू का पानी, छाछ) का सेवन करने. हल्के रंग के ढीले, सूती कपड़े पहनने. साथ ही कहीं बाहर हैं, तो अपना सिर ढंकने के लिए कहा गया है. साथ ही आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करने और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगाने. कार्य स्थल पर ठंडे पेयजल का प्रबंध करें. श्रमिकों को सीधी धूप से बचने के लिए कहा गया है. इस एडवाइजरी में श्रमिकों को लू से संबंधित चेतावनी के बारे में सूचित करने. वहीं, जिन श्रमिकों के लिए गर्मी वाले क्षेत्र नए हों, उन्हें हल्का काम और कम घंटों का काम देने की की बात भी कही है. प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन और कार पूलिंग का उपयोग करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए कहा गया है.

एडवाइजरी में स्पष्ट किया कि धूप में बाहर जाने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर ना निकलें. नंगे पांव बाहर न जाएं. शरीर को डिहाइड्रेट करने वाले शराब, चाय, कॉफी और कॉर्बोनेटेड शीतल पेय से बचें. पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें, वे गर्म हवा से प्रभावित हो सकते हैं और कम ऑक्सीजन से उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग करने से बचें, जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते है.

जानवरों के लिए भी सलाह : डीएलबी डायरेक्टर सुरेश ओला ने जानवरों का भी ध्यान रखने की हिदायत देते हुए बताया कि बंद वाहन और कमरों में पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें. पशुओं को छाया में रखें और उन्हे पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें. ज्यादा गर्मी के दौरान पानी का छिड़काव करें. साथ ही हरी घास, प्रोटीन-वसा पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें. कम गर्मी वाले घंटों के दौरान ही उन्हें बाहर चरने दें.

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