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डेंगू-चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए महाअभियान शुरू करेगा स्वास्थ्य विभाग, हॉट स्पॉट वाले इलाकों में जनजागरुकता - health department mega campaign - HEALTH DEPARTMENT MEGA CAMPAIGN

Dengue and Chikungunya in Uttarakhand,health department mega campaign डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग महाअभियान शुरू करने वाला है. इसके साथ ही हॉटस्पाट वाले इलाकों में भी जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश जारी कर दिये हैं.

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डेंगू-चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए महाअभियान (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 2, 2024, 8:19 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम को लेकर प्रदेश भर में महाअभियान चलाने जा रहा है. जिसकी शुरुआत डेंगू और चिकनगुनिया के हॉटस्पॉट बना रहे इलाकों से होगी. इस संबंध में गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. जारी किए गए निर्देश के अनुसार, सभी विभागों के सहयोग और प्रयासों से डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर महाअभियान चलाया जाएगा, ताकि डेंगू और चिकनगुनिया को महामारी बनने से पहले इसकी रोकथाम की जा सके.

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया पिछले कुछ सालों से डेंगू और चिकनगुनिया रोग, प्रदेश में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में सामने आ रहा है. डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी एक ही प्रजाति के मच्छर (एडिज मच्छर) के काटने से फैलता है. हर साल जुलाई से नवम्बर महीने में बीच इन रोगों का प्रसार होता है. लिहाजा, डेंगू और चिकनगुनिया रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बेहतर कार्यवाही और इसकी समीक्षा करने की जरूरत है, ताकि इन रोगों को महामारी का रूप लेने से पहले रोका जा सके.

health department mega campaign
स्वास्थ्य सचिव ने जारी किये निर्देश (उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग)

स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी किए गए के आदेश के अनुसार, सभी क्षेत्रों में रोजाना, एडिज लार्वा सर्वे किए जाएंगे, ताकि डेंगू रोग संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए रोकथाम की कार्रवाई की जा सके. इसके साथ ही सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों में डेंगू और चिकनगुनिया रोगियों की स्थिति पर निगरानी रखी जाये. इसके साथ ही रोगी की सूचना प्राप्त होने पर रोगी के निवास क्षेत्र में त्वरित रूप से निरोधात्मक कार्यवाही की जाये. साथ ही रोजाना, 50 घरों से लार्वा नष्ट किया जाये. प्रदेश के घर-घर में जन जागरूकता फैलाई जाएगी. इसके लिए चिकित्साधिकारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य विभागों की टीम घर-घर जागकर लोगों को जागरूक करेगी.

डेंगू और चिकनगुनिया नियंत्रण महाअभियान के दौरान हर आशा कार्यकत्री, आशा फैसिलिटेटर, कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर, नगर निगम/नगर पालिका, सैनेट्री सुपरवाईजर, डेंगू वॉलिटियर द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में रोजाना कम से कम 50 घरो में डेंगू रोकथाम की कार्यवाही करेंगे. डेंगू लार्वा पनप सकने वाले जगह की साफ सफाई के साथ ही स्थानीय लोगों को भी साफ सफाई के लिए जागरूक किया जाएगा. प्रदेश के जिन स्थानों पर चेतावनी बाद भी पानी जमा होने से डेंगू मच्छर पैदा होने की स्तिथि बन रही होगी, ऐसे संस्थानों और लोगों पर आर्थिक दंड का प्रावधान भी किया जाएगा. जिससे लोगों को डेंगू रोग के खतरे से बचाया जा सके.

पढ़ें- डेंगू-चिकनगुनिया से लड़ने के लिए तैयार स्वास्थ्य विभाग, महामारी बनने से पहले रोकथाम के निर्देश, जारी की एडवाइजरी - Rprevention Dengu Chikungunya

देहरादून: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम को लेकर प्रदेश भर में महाअभियान चलाने जा रहा है. जिसकी शुरुआत डेंगू और चिकनगुनिया के हॉटस्पॉट बना रहे इलाकों से होगी. इस संबंध में गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. जारी किए गए निर्देश के अनुसार, सभी विभागों के सहयोग और प्रयासों से डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर महाअभियान चलाया जाएगा, ताकि डेंगू और चिकनगुनिया को महामारी बनने से पहले इसकी रोकथाम की जा सके.

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया पिछले कुछ सालों से डेंगू और चिकनगुनिया रोग, प्रदेश में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में सामने आ रहा है. डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी एक ही प्रजाति के मच्छर (एडिज मच्छर) के काटने से फैलता है. हर साल जुलाई से नवम्बर महीने में बीच इन रोगों का प्रसार होता है. लिहाजा, डेंगू और चिकनगुनिया रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बेहतर कार्यवाही और इसकी समीक्षा करने की जरूरत है, ताकि इन रोगों को महामारी का रूप लेने से पहले रोका जा सके.

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स्वास्थ्य सचिव ने जारी किये निर्देश (उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग)

स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी किए गए के आदेश के अनुसार, सभी क्षेत्रों में रोजाना, एडिज लार्वा सर्वे किए जाएंगे, ताकि डेंगू रोग संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए रोकथाम की कार्रवाई की जा सके. इसके साथ ही सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों में डेंगू और चिकनगुनिया रोगियों की स्थिति पर निगरानी रखी जाये. इसके साथ ही रोगी की सूचना प्राप्त होने पर रोगी के निवास क्षेत्र में त्वरित रूप से निरोधात्मक कार्यवाही की जाये. साथ ही रोजाना, 50 घरों से लार्वा नष्ट किया जाये. प्रदेश के घर-घर में जन जागरूकता फैलाई जाएगी. इसके लिए चिकित्साधिकारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य विभागों की टीम घर-घर जागकर लोगों को जागरूक करेगी.

डेंगू और चिकनगुनिया नियंत्रण महाअभियान के दौरान हर आशा कार्यकत्री, आशा फैसिलिटेटर, कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर, नगर निगम/नगर पालिका, सैनेट्री सुपरवाईजर, डेंगू वॉलिटियर द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में रोजाना कम से कम 50 घरो में डेंगू रोकथाम की कार्यवाही करेंगे. डेंगू लार्वा पनप सकने वाले जगह की साफ सफाई के साथ ही स्थानीय लोगों को भी साफ सफाई के लिए जागरूक किया जाएगा. प्रदेश के जिन स्थानों पर चेतावनी बाद भी पानी जमा होने से डेंगू मच्छर पैदा होने की स्तिथि बन रही होगी, ऐसे संस्थानों और लोगों पर आर्थिक दंड का प्रावधान भी किया जाएगा. जिससे लोगों को डेंगू रोग के खतरे से बचाया जा सके.

पढ़ें- डेंगू-चिकनगुनिया से लड़ने के लिए तैयार स्वास्थ्य विभाग, महामारी बनने से पहले रोकथाम के निर्देश, जारी की एडवाइजरी - Rprevention Dengu Chikungunya

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