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हेड कांस्टेबल ने पुलिस चौकी में किया सुसाइड, जयपुर के भांकरोटा थाने में थे तैनात - Head constable committed suicide

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 22, 2024, 7:15 PM IST

जयपुर में एक पुलिसकर्मी ने पुलिस चौकी में ही आत्महत्या कर ली. पुलिसकर्मी ने सुसाइड नोट में अपनी आत्महत्या के लिए एक पुलिस अधिकारी, एक यूट्यूबर व पत्रकार को जिम्मेदार ठह​राया है. वहीं, बाबूलाल नागर के बेटे ने कहा कि उसके पिता की हत्या हुई है और जब तक आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होती, शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा.

Head constable committed suicide
हेड कांस्टेबल ने पुलिस चौकी में किया सुसाइड (Photo ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: राजधानी जयपुर में भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल ने गुरुवार को पुलिस चौकी में ही सुसाइड कर लिया. हेड कांस्टेबल ने सुसाइड नोट छोड़ा है. इसमें उसने एक पुलिस अधिकारी और एक यूट्यूबर व पत्रकार को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ सीबीआई जांच करने की मांग की है. हेड कांस्टेबल के आत्महत्या करने की सूचना मिलते ही भांकरोटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया, एडीसीपी नीरज पाठक, एसीपी बगरू अमीर हसन समेत पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया ने बताया कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल (50) ने भांकरोटा थाने की मुकंदपुरा रोड स्थित पुलिस चौकी में आत्महत्या की. एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए. मौके पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. इसमें उसने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा से न्याय की मांग की है.

पढ़ें: युवक ने की खुदकुशी : मरने से पहले WhatsApp पर लगाया स्टेटस, सामने आई ये बड़ी बात

सुसाइड नोट में लिखा है कि 'मुझे परेशान करने वालों के खिलाफ सीबीआई जांच करवाई जाए'. हेड कांस्टेबल ने सुसाइड के लिए एक पुलिस अधिकारी और एक यूट्यूबर व पत्रकार को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ सीबीआई जांच करने की मांग की है. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. वहीं, बाबूलाल नागर के बेटे ने कहा कि उसके पिता की हत्या हुई है और जब तक आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होती, शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा.

जांच में गलत फंसाने से थे परेशान: हेड कांस्टेबल बाबूलाल समेत अन्य पुलिस कर्मी पिछले दिनों जमीन संबंधी विवाद के मामले में सस्पेंड हो चुके थे. इसमें हेड कांस्टेबल बाबूलाल बहाल हो चुके थे. इस मामले को लेकर वे परेशान रहते थे. हेड कांस्टेबल ने मरने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि उन्हें गलत तरीके से जांच करके इसमें फंसाया गया था. इस मामले की भी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है. बाबूलाल भांकरोटा थाने के मालखाने में इंचार्ज थे.

डोटासरा व टीकाराम जूली ने जताई संवेदनाः हेड कांस्टेबल की मौत पर राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए संवेदना व्यक्त की है. डोटासरा ने पोस्ट में लिखा है कि 'राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की खबर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है. सरकार से अपेक्षा है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई एवं परिवार को न्याय सुनिश्चित करे'. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने लिखा है कि 'राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की ख़बर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. ईश्वर यह असहनीय दु:ख उनके परिवार को सहन करने की शक्ति प्रदान करे. बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाए हैं. मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें एवं परिवार को न्याय मिले. पर्ची सरकार ने प्रदेश के हालात ऐसे बना दिए हैं की पुलिस ही पुलिस से परेशान है इससे बड़ी फेल सरकार और क्या हो सकती है?'.

सुसाइड के लिए उकसाने का आरोपः मृतक हेड कांस्टेबल के पास से मिले सुसाइड नोट में तीन पुलिस अधिकारी और एक पत्रकार को जिम्मेदार ठहराया गया है. साथ ही तीन एफआईआर का जिक्र करते हुए लिखा कि इन तीन एफआईआर की जांच सीबीआई से होगी तो कई राज खुलेंगे. पुलिस के मुताबिक हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा (50) ने सुबह करीब 11 बजे परिवार, भांकरोटा थाना और अधिकारियों के वॉट्सएप ग्रुप में सुसाइड नोट शेयर किया था. इसके बाद पुलिस अधिकारियों और परिजनों के हाथ पांव फूल गए. बाबूलाल की तलाश शुरू की गई. मुकुंदपुरा चौकी पर उनका शव मिला. शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. वहीं, डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि हेड कांस्टेबल के पास मिले सुसाइड नोट का एग्जामिन किया जा रहा है. मुकुंदपुरा चौकी के अंदर हेड कॉन्स्टेबल का शव मिला है. मृतक हेड कांस्टेबल ने सरकार और अधिकारियों के नाम 6 पेज का नोट लिखा है.

जयपुर: राजधानी जयपुर में भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल ने गुरुवार को पुलिस चौकी में ही सुसाइड कर लिया. हेड कांस्टेबल ने सुसाइड नोट छोड़ा है. इसमें उसने एक पुलिस अधिकारी और एक यूट्यूबर व पत्रकार को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ सीबीआई जांच करने की मांग की है. हेड कांस्टेबल के आत्महत्या करने की सूचना मिलते ही भांकरोटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया, एडीसीपी नीरज पाठक, एसीपी बगरू अमीर हसन समेत पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया ने बताया कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल (50) ने भांकरोटा थाने की मुकंदपुरा रोड स्थित पुलिस चौकी में आत्महत्या की. एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए. मौके पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. इसमें उसने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा से न्याय की मांग की है.

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सुसाइड नोट में लिखा है कि 'मुझे परेशान करने वालों के खिलाफ सीबीआई जांच करवाई जाए'. हेड कांस्टेबल ने सुसाइड के लिए एक पुलिस अधिकारी और एक यूट्यूबर व पत्रकार को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ सीबीआई जांच करने की मांग की है. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. वहीं, बाबूलाल नागर के बेटे ने कहा कि उसके पिता की हत्या हुई है और जब तक आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होती, शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा.

जांच में गलत फंसाने से थे परेशान: हेड कांस्टेबल बाबूलाल समेत अन्य पुलिस कर्मी पिछले दिनों जमीन संबंधी विवाद के मामले में सस्पेंड हो चुके थे. इसमें हेड कांस्टेबल बाबूलाल बहाल हो चुके थे. इस मामले को लेकर वे परेशान रहते थे. हेड कांस्टेबल ने मरने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि उन्हें गलत तरीके से जांच करके इसमें फंसाया गया था. इस मामले की भी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है. बाबूलाल भांकरोटा थाने के मालखाने में इंचार्ज थे.

डोटासरा व टीकाराम जूली ने जताई संवेदनाः हेड कांस्टेबल की मौत पर राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए संवेदना व्यक्त की है. डोटासरा ने पोस्ट में लिखा है कि 'राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की खबर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है. सरकार से अपेक्षा है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई एवं परिवार को न्याय सुनिश्चित करे'. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने लिखा है कि 'राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की ख़बर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. ईश्वर यह असहनीय दु:ख उनके परिवार को सहन करने की शक्ति प्रदान करे. बाबूलाल ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाए हैं. मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें एवं परिवार को न्याय मिले. पर्ची सरकार ने प्रदेश के हालात ऐसे बना दिए हैं की पुलिस ही पुलिस से परेशान है इससे बड़ी फेल सरकार और क्या हो सकती है?'.

सुसाइड के लिए उकसाने का आरोपः मृतक हेड कांस्टेबल के पास से मिले सुसाइड नोट में तीन पुलिस अधिकारी और एक पत्रकार को जिम्मेदार ठहराया गया है. साथ ही तीन एफआईआर का जिक्र करते हुए लिखा कि इन तीन एफआईआर की जांच सीबीआई से होगी तो कई राज खुलेंगे. पुलिस के मुताबिक हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा (50) ने सुबह करीब 11 बजे परिवार, भांकरोटा थाना और अधिकारियों के वॉट्सएप ग्रुप में सुसाइड नोट शेयर किया था. इसके बाद पुलिस अधिकारियों और परिजनों के हाथ पांव फूल गए. बाबूलाल की तलाश शुरू की गई. मुकुंदपुरा चौकी पर उनका शव मिला. शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. वहीं, डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि हेड कांस्टेबल के पास मिले सुसाइड नोट का एग्जामिन किया जा रहा है. मुकुंदपुरा चौकी के अंदर हेड कॉन्स्टेबल का शव मिला है. मृतक हेड कांस्टेबल ने सरकार और अधिकारियों के नाम 6 पेज का नोट लिखा है.

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