संभल : हाथरस सत्संग के दौरान भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन भोले बाबा के तमाम अनुयायियों में बाबा के प्रति श्रद्धा बरकरार है. संभल जिले के कुछ अनुयायी तो नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा को भगवान विष्णु का अवतार मानते हैं. हालांकि भोले बाबा यहां सत्संग नहीं करते हैं. संभल जिले में भोले बाबा के की सत्संग स्थल और आश्रम हैं.
संभल जिले के चंदौसी तहसील इलाके के सराय सिकंदरपुर में नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा की प्रवास कुटिया है. जिसकी कीमत कई करोड़ रुपये बताई जाती है. संभल तहसील इलाके के पंवासा में स्टेट हाईवे पर साकार विश्व हरि का आश्रम है. इस आश्रम में कर्मचारी रहते हैं यह आश्रम कई बीघे में बना हुआ है. गुन्नौर तहसील इलाके में भी सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का सत्संग स्थल है. दोनों ही सत्संग स्थल नेशनल हाईवे पर तथा आश्रम स्टेट हाईवे पर बना हुआ है. इनकी कीमत करोड़ों रुपये की बताई जा रही है.
नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के प्रति उनके अनुयायियों में अपार श्रद्धा है. भोले बाबा के भक्त उन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानते हैं. विद्या राम नाम के ग्रामीण ने बताया कि वैसे तो भोले बाबा काफी साल से यहां पर नहीं आए हैं, लेकिन उनके आश्रम की देखभाल के लिए कर्मचारी रखे हुए हैं. उन्होंने बताया कि भोले बाबा के प्रति लोगों में गहरी आस्था है. भोले बाबा को यहां के लोग भगवान विष्णु के अवतार के रूप में पूजते हैं. यहां के लोग भोले बाबा के खिलाफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. हालांकि हर कोई हाथरस हादसे में मरे श्रद्धालुओं के प्रति अफसोस जाहिर कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए बाबा को बिल्कुल भी जिम्मेदार नहीं मानते.