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'हरियाणा का कोई किसान आंदोलन में शामिल नहीं', कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने दी पंजाब के किसानों को सलाह - FARMERS MOVEMENT

हरियाणा के मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने दावा किया है कि किसान आंदोलन में हरियाणा के किसान शामिल नहीं हुए हैं.

Haryana minister on farmers movement
किसान आंदोलन पर बोले हरियाणा मंत्री (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 7, 2024, 10:31 AM IST

रोहतक: किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. हरियाणा केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने दावा किया है कि आंदोलन में एक भी किसान हरियाणा के नहीं हैं. सभी पंजाब के हैं. साथ ही कृष्ण कुमार ने हरियाणा के किसानों को नसीहत दिया है कि वे सरकार के साथ बैठकर समस्याओं को सुलझाएं.

दरअसल मंत्री कृष्ण कुमार बेदी शुक्रवार को रोहतक पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया कि आंदोलन में हरियाणा के किसान शामिल नहीं है.

केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी (ETV Bharat)

पंजाब में आंदोलन करें किसान: मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा, "पंजाब के किसान ध्यान दें कि हरियाणा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो किसानों के लिए बहुत कुछ किया है. हरियाणा तो पराली प्रबंधन के मुद्दे पर भी बेहतरीन काम कर रहा है. यही वजह है कि हरियाणा को सुप्रीम कोर्ट से भी शाबासी मिली है, जबकि पंजाब सरकार किसानों की फसल नहीं खरीद रही है. किसानों को फसल का भुगतान नहीं हो रहा है और उठान नहीं हो रहा है. किसानों को आंदोलन करना है तो पंजाब में जाकर करें."

कांग्रेस के कभी भी किसान हित की बात नहीं की. जबकि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हरियाणा की भूमि पर पैदा होने वाले एक-एक दाने को एमएसपी पर खरीदने की घोषणा कर उदाहरण स्थापित कर दिया है. यही नहीं किसान को 72 घंटे के अंदर भुगतान भी किया जा रहा है. प्रदेश में आखिरी छोर तक नहरी पानी पहुंचाने की योजना को भी प्रदेश सरकार अमलीजामा पहना रही है. कांग्रेस के समय में तो पानी पर राजनीति होती थी. कभी भी पानी का समान बंटवारा नहीं हुआ, जबकि आज के समय तो समान वितरण हो रहा है. - कृष्ण कुमार वेदी, हरियाणा मंत्री

कांग्रेस नेताओं को नहीं कोई जानकारी: आगे मंत्री कृष्ण कुमार ने कहा कि भीमराव अंबेडकर ने सिर्फ एक वर्ग विशेष के लिए नहीं बल्कि देश के हर नागरिक के कल्याण के लिए काम किया. यही नहीं भारत के संविधान के तो विश्व के बहुत से देशों ने नकल की है. इसके अलावा डा. अंबेडकर ने महिला अधिकारों की बात की और श्रम अधिकारों के लिए जबरदस्त काम किया. डॉ भीमराव अंबेडकर एकता और अखंडता का सबसे बड़ा उदाहरण हैं. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कांग्रेस की ओर से संविधान खत्म करने के तमाम आरोपों को सिरे से नकार दिया. कांग्रेस नेताओं को खुद ही इसकी कोई जानकारी नहीं है. कांग्रेस के पास कोई तथ्य नहीं है.

किसान आंदोलन पर बोले धनखड़: किसान आंदोलन पर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है. किसानों को भी शांति के साथ अपनी बात रखनी चाहिए. किसानों की वजह से किसी और को परेशानी हो, ये ठीक नहीं. पहले भी किसान आंदोलन के दौरान जमावड़ा होने से कठिनाई आई थी. इसलिए इन सभी बातों का ध्यान भी आंदोलन करने वालों को रखना चाहिए. केन्द्र और हरियाणा सरकार ने तो हमेशा किसानों के उत्थान के लिए काम किए हैं.

बता दें कि किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली जाने पर अड़े किसानों को पुलिस ने अंबाला के शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया था. हालांकि किसान अपनी जिद पर अड़े रहे. किसान उग्र हो गए. इस बीच पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए शुक्रवार को आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया था. इस दौरान कई किसान घायल भी हुए. आंदोलन के दौरान किसानों का उग्र रूप देखने को मिला. किसान किसी की भी सुनने को तैयार नहीं है.

ये भी पढ़ें: किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद किले में तब्दील हुआ दातासिंह वाला बॉर्डर, फोर्स तैनात

ये भी पढ़ें: दिल्ली कूच के लिए किसानों का न्यू प्लान, अब 8 दिसंबर को जाएंगे दिल्ली, सरकार को दे डाली डेडलाइन

रोहतक: किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. हरियाणा केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने दावा किया है कि आंदोलन में एक भी किसान हरियाणा के नहीं हैं. सभी पंजाब के हैं. साथ ही कृष्ण कुमार ने हरियाणा के किसानों को नसीहत दिया है कि वे सरकार के साथ बैठकर समस्याओं को सुलझाएं.

दरअसल मंत्री कृष्ण कुमार बेदी शुक्रवार को रोहतक पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया कि आंदोलन में हरियाणा के किसान शामिल नहीं है.

केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी (ETV Bharat)

पंजाब में आंदोलन करें किसान: मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा, "पंजाब के किसान ध्यान दें कि हरियाणा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो किसानों के लिए बहुत कुछ किया है. हरियाणा तो पराली प्रबंधन के मुद्दे पर भी बेहतरीन काम कर रहा है. यही वजह है कि हरियाणा को सुप्रीम कोर्ट से भी शाबासी मिली है, जबकि पंजाब सरकार किसानों की फसल नहीं खरीद रही है. किसानों को फसल का भुगतान नहीं हो रहा है और उठान नहीं हो रहा है. किसानों को आंदोलन करना है तो पंजाब में जाकर करें."

कांग्रेस के कभी भी किसान हित की बात नहीं की. जबकि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हरियाणा की भूमि पर पैदा होने वाले एक-एक दाने को एमएसपी पर खरीदने की घोषणा कर उदाहरण स्थापित कर दिया है. यही नहीं किसान को 72 घंटे के अंदर भुगतान भी किया जा रहा है. प्रदेश में आखिरी छोर तक नहरी पानी पहुंचाने की योजना को भी प्रदेश सरकार अमलीजामा पहना रही है. कांग्रेस के समय में तो पानी पर राजनीति होती थी. कभी भी पानी का समान बंटवारा नहीं हुआ, जबकि आज के समय तो समान वितरण हो रहा है. - कृष्ण कुमार वेदी, हरियाणा मंत्री

कांग्रेस नेताओं को नहीं कोई जानकारी: आगे मंत्री कृष्ण कुमार ने कहा कि भीमराव अंबेडकर ने सिर्फ एक वर्ग विशेष के लिए नहीं बल्कि देश के हर नागरिक के कल्याण के लिए काम किया. यही नहीं भारत के संविधान के तो विश्व के बहुत से देशों ने नकल की है. इसके अलावा डा. अंबेडकर ने महिला अधिकारों की बात की और श्रम अधिकारों के लिए जबरदस्त काम किया. डॉ भीमराव अंबेडकर एकता और अखंडता का सबसे बड़ा उदाहरण हैं. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कांग्रेस की ओर से संविधान खत्म करने के तमाम आरोपों को सिरे से नकार दिया. कांग्रेस नेताओं को खुद ही इसकी कोई जानकारी नहीं है. कांग्रेस के पास कोई तथ्य नहीं है.

किसान आंदोलन पर बोले धनखड़: किसान आंदोलन पर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है. किसानों को भी शांति के साथ अपनी बात रखनी चाहिए. किसानों की वजह से किसी और को परेशानी हो, ये ठीक नहीं. पहले भी किसान आंदोलन के दौरान जमावड़ा होने से कठिनाई आई थी. इसलिए इन सभी बातों का ध्यान भी आंदोलन करने वालों को रखना चाहिए. केन्द्र और हरियाणा सरकार ने तो हमेशा किसानों के उत्थान के लिए काम किए हैं.

बता दें कि किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली जाने पर अड़े किसानों को पुलिस ने अंबाला के शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया था. हालांकि किसान अपनी जिद पर अड़े रहे. किसान उग्र हो गए. इस बीच पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए शुक्रवार को आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया था. इस दौरान कई किसान घायल भी हुए. आंदोलन के दौरान किसानों का उग्र रूप देखने को मिला. किसान किसी की भी सुनने को तैयार नहीं है.

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