जींद: हरियाणा विधानसभा चुनाव एक अक्टूबर को है और सियासी पारा भी उफान पर है. इसी सियासी पारे के बीच बीजेपी जींद की जाट लैंड को साधने का काम करने जा रही है. बीजेपी प्रदेश में अपनी सरकार की हैट्रिक को पक्का करने के लिए एक सितंबर को एकलव्य स्टेडियम में जन आर्शीवाद रैली करने जा रही है. इस रैली में बीजेपी के आधा दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री व अन्य बड़े नेता पहुंचेंगे, जो हर वर्ग को साधने का काम करेंगे.
बीजेपी के पक्ष में जाट लैंड?: बीजेपी जहां बांगर की धरती से जाटलैंड को साधने का प्रयास करेगी और पार्टी के कई बड़े नेताओं के आने से यह बात भी पक्की हो जाती है, कि इस बार हरियाणा विधानसभा का चुनाव पहले चुनावों से कई ज्यादा रोचक होने वाला है. जींद विधानसभा क्षेत्र हिसार संसदीय क्षेत्र का हिस्सा होता था. अब जींद, सोनीपत संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है. यहां से तीनों सांसद कांग्रेस के हैं. सोनीपत से सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, हिसार से सांसद जयप्रकाश व सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा हैं. ऐसे में यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि जींद की जाट लैंड किसकी आवाज सुनती है. फिलहाल सभी पार्टियां अपना जोर लगाए हुए हैं.
रैली में बड़े सियासी धमाके होने के दावे: एक सितंबर को बीजेपी हरियाणा की राजनीति में बड़ा सरप्राइज देने का काम भी करेगी. जींद में होने वाली रैली में दुष्यंत चौटाला का साथ छोड़ चुके तीन विधायक तो इसी दिन बीजेपी में शामिल होंगे. इनके साथ-साथ हरियाणा के कई बड़े चेहरे भी बीजेपी ज्वाइन करेंगे. विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही बीजेपी के रणनीतिकारों और दिग्गजों ने इसकी तैयारी भी कर ली थी. अब इसे धरातल पर उतारा जाएगा. जींद रैली में कई केंद्रीय मंत्री, सांसद, हरियाणा के मुख्यमंत्री और विधायक शामिल होकर अपना संबोधन देते हुए विपक्ष पर निशाना साधने का काम करेंगे. बीजेपी हरियाणा के दूसरे राजनीतिक दलों को बड़ा झटका जींद रैली में देने जा रही है.
जाट लैंड को साधने की तैयारी में बीजेपी: जींद विधानसभा भारतीय जनता पार्टी की सेफ सीट मानी जाती है. यहां से पार्टी दो बार लगातार चुनाव जीत चुकी है. जींद के आसपास के क्षेत्र और अन्य विधानसभाएं जाट बाहुल्य मानी जाती हैं. जींद की जन आशीर्वाद रैली में बीजेपी ने जाट लैंड को साधने की तैयारी करेगी.