देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर मतदान के बाद से ही लगातार विपक्ष ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहा है. पहले गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट गणेश गोदियाल ने इसे लेकर आवाज बुलंद की. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसे लेकर फेसबुक पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है 'उन्हें ईवीएम की सुरक्षा का डर सता रहा है'. हरीश रावत की इस पोस्ट के बाद प्रदेश में फिर से सियासत शुरू हो गई है.
दरअसल, हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने दावा किया है की कुछ लोग स्ट्रांग रूम के आसपास मजदूरों के वेशभूषा में टहलते नजर आ रहे हैं. हरीश रावत ने सत्ता की नीयत में खोट का आरोप लगाते हुए गंभीर बात कही है. जाहिर है कि पूर्व सीएम हरीश रावत को ये डर सता रहा है कि ईवीएम सुरक्षित नहीं है. हरीश रावत ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा प्रश्न सत्ता की नीयत का है. सत्ता की नीयत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है.
हरीश रावत के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद भाजपा भी हमलावर मोड में है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कहा हरीश रावत हो या कांग्रेस, सभी प्रदेश में ही नही बल्कि पूरे देश में भ्रामक प्रचार करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा अब 4 जून के बाद कांग्रेस ईवीएम का रोना रोएंगी. देश और उत्तराखंड की जनता समझती है की कौनसी पार्टी ने देश के विकास में अहम योगदान दिया है. उन्होंने कहा विपक्ष को आभास हो चुका है की इस बार 5 -0 होने वाला है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पर संदेह के बाद अब सियासत गरमा गई है. विपक्ष का लगातार यूं सवाल उठाना भाजपा को रास नहीं आ रहा है. हरीश रावत से पहले गणेश गोदियाल भी इसी तरह की आशंका जता चुके हैं. हरीश रावत का साफ कहना है सत्ताधारी दल की नीयत में खोट है. जिसके कारण वह कुछ भी कर सकता है.