राजनांदगांव: चैत्र नवरात्रि के अवसर पर राजनांदगांव जिले का डोंगरगढ़ दुल्हन की तरह सजा है.मां बमलेश्वरी के दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ इस मंदिर में उमड़ी है. वहीं जिले के मारगांव में माता के भक्त ने अनोखा अनुष्ठान शुरु किया है. मारगांव के 22 वर्षीय हरीश चंद्र बंजारे ने नवरात्रि के पहले दिन से अपने घर के आंगन में समाधि ली है.ये समाधि पूरे नौ दिन तक जारी रहेगी.कोई अनहोनी ना हो इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम चौबीस घंटे हरीश चंद्र पर निगरानी रखे हुए है.इस युवक की भक्ति के बारे में जो कोई सुन रहा है वो एक बार मारगांव आकर अपनी आंखों से माता की भक्ति का साक्षी जरुर बनना चाहता है.
मारगांव में लगा आस्था का मेला : राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव से लगे ग्राम मारगांव में हरीश चंद्र का घर है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से हरीश चंद्र ने अपने घर के आंगन में समाधि ली है. हरीश ने जमीन के अंदर गड्ढा खोदकर अपना पूरा धड़ उसके अंदर डाल दिया है. सिर्फ अपने सिर को जमीन के ऊपर रखा है. समाधि लिए युवक का कहना है कि उसकी मन्नत पूरी हुई है.इसलिए वो नौ दिन तक इसी तरह से समाधि में रहेगा.
''मैं अपनी स्वेच्छा से यह काम कर रहा हूं. मेरी मन्नत थी जिसको लेकर मैं यह समाधि कर रहा हूं. मन्नत मेरी पूरी हो गई है इसलिए मैं बैठा हूं.''- हरीश चंद्र,समाधि लेने वाला युवक
मनोकामना पूरी होने पर निभाया वचन : वहीं समाधि लेने वाले युवक के पिता का कहना है कि उनका बेटा नवरात्रि के नौ दिन इसी अवस्था में रहेगा.मिट्टी के अंदर बैठकर माता की आराधना कर रहा है.इस दौरान उसके आसपास पूजा पाठ किया जा रहा है. मन्नत पूरी होने के बाद लड़के ने समाधि ली है.
युवक के परिवार का कुछ भी कहना हो,लेकिन चैत्र नवरात्रि पर्व पर जमीन के अंदर ली गई समाधि अब चर्चा का विषय है. मारगांव में लोग युवक को देखने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं.जसगीत के साथ श्रद्धालु माता के दर्शन करके वापस लौट रहे हैं.