संभल: किष्किंधा से हनुमान रथ यात्रा लेकर स्वामी गोविंदानंद सरस्वती बुधवार को संभल पहुंचे. कोट पूर्वी स्थित प्राचीन श्री कल्कि विष्णु मंदिर से निकली रथयात्रा खग्गू सराय स्थित कार्तिकेय महादेव मंदिर पहुंची. इस दौरान गौर करने वाली बात यह रही कि संभल के सीओ अनुज चौधरी हाथ में गदा लेकर रथ यात्रा के आगे-आगे चल रहे थे. इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी.
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के इलाके में 46 साल बाद कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. मंदिर के आसपास काफी रौनक हो गई है. इसके साथ ही दूर-दूर से दर्शन करने के लिए लोग आ रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को कर्नाटक के किष्किंधा से हनुमान रथ यात्रा लेकर स्वामी गोविंदानंद सरस्वती पहुंचे. जब यात्रा कार्तिकेय मंदिर के लिए रवाना हुई तो पीछे-पीछे श्रद्धालुओं का हुजूम भी चला. इस दौरान पुलिस के जवान भी सुरक्षा के लिहाज से साथ चले. इसमें संभल के सीओ अनुज चौधरी भी थे. सीओ रथ यात्रा के आगे-आगे चल रहे थे और उनके हाथ में गदा थी. इस दौरान लोग बरजरंगबली के जयकारे लगा रहे थे.
दरअसल, रथयात्रा जिन इलाकों से गुजरी, वह सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का माना जाता है. हाथों में गदा लेकर आगे-आगे चल रहे डीएसपी अनुज चौधरी सबके आकर्षण का केंद्र रहे. रथ यात्रा जब प्रसिद्ध कार्तिकेय महादेव मंदिर पहुंची तो यहां पूजा-अर्चना हुई. CO अनुज चौधरी भी स्वामी गोविंदानंद सरस्वती के साथ पूजा-अर्चना में शामिल हुए. उनके साथ भाजपा के जिला अध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह भी मौजूद रहे.
पुलिस की निष्पक्षता पर उठे सवाल
लखनऊ में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने संभल के सीईओ अनुज चौधरी के हनुमान गदा लेकर धार्मिक जुलूस का नेतृत्व करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इसे संविधान की मर्यादा के खिलाफ बताते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन संविधान के दायरे में रहकर ही करना चाहिए. कहा कि पुलिस का काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना है, न कि किसी धार्मिक जुलूस का हिस्सा बनना. अनुज चौधरी का यह कदम पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है और समुदाय विशेष में अविश्वास की भावना पैदा कर सकता है.
पुलिस चौकी के निर्माण पर समर्थन: उन्होंने पुलिस चौकी निर्माण को लेकर हो रहे विवादों को भी आधारहीन करार दिया. कहा कि पुलिस चौकियां जनसुरक्षा के लिए स्थापित की जाती हैं और इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाना है. सरकार से अपील की कि इस तरह की संरचनाओं का राजनीतिकरण न किया जाए. पुलिस को अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्पक्षता से करने दिया जाए. कहा कि अगर उस जमीन को वक़्फ बोर्ड का बताया जा रहा है तो जांच होनी चाहिए.