ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल में नौतपा करीब ढाई दशक बाद अपना रौद्र रूप दिखा रहा है. रोजाना तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मंगलवार को तापमान अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ता हुआ लगभग 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया. मौसम विज्ञान केंद्र में जहां भरपूर हरियाली है. वहां तापमान 47.6 रिकॉर्ड किया गया है. जबकि बाहरी हिस्सों में तापामान 48 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है.
अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार
ऐसी भीषण गर्मी से लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई है. सुबह 11 से ही शहर की सड़कें सूनी हो रही हैं. भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने जयारोग्य अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जहां हीट वेव और गर्मी से पीड़ित लोगों के इलाज की व्यवस्था की गई है. जिला अस्पताल मुरार के अलावा जेएएच में भी इलाज की व्यवस्था की गई है. सोमवार को तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था. जो मंगलवार को लगभग एक डिग्री सेल्सियस के साथ बढ़कर लगभग 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में रोजमर्रा मेहनत मजदूरी करके खाने कमाने वाले लोगों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है.
मरीजों में थकान समेत हाथ-पैरों में दर्द वाले लक्षण दिखे
जिले में लोगों में लू आदि की शिकायतें बढ़ गई हैं. इसको लेकर शहर के 6 अस्पतालों में हीट स्ट्रोक लू वार्ड बनकर तैयार हो गए हैं. सिविल अस्पताल हजीरा में 8 मरीज भर्ती हुए थे, जिनमें से 7 को डिस्चार्ज कर दिये गये है. इन मरीजों को अत्याधिक थकान के साथ हाथ पैरों में दर्द और ज्यादा गर्मी की शिकायत थी. इसके साथ ही जिला अस्पताल मुरार और दीनदयाल नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी वार्ड बनकर तैयार हैं. यहां पर मरीजों के लिए दवाओं के साथ ओआरएस का घोल सहित अन्य गर्मी से बचाव की चीजें उपलब्ध कराई गई है.
48 डिग्री से ज्यादा हो सकता है तापमान
लू से बचने के लिए डॉक्टरों ने अलग-अलग उपाय बताए हैं. अस्पतालों के हालात यह हैं कि हर दिन ओपीडी में 25 से 30 फीसदी मरीजों में इसके लक्षण दिखाई दे रहे हैं. मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि फिलहाल 30 मई तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है. तापमान लगभग 47-48 डिग्री या इससे भी ज्यादा जा सकता है. जबकि एक और दो जून को पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में हल्की गिरावट देखी जा सकेगी.