ग्वालियर। लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद से ही सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाले पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता जय भान पवैया क्या वाकई पार्टी से नाराज है. सीएम मोहन यादव और विधानसभा स्पीकर नरेंद्र तोमर जब पवैया से मिलने उनके घर पहुंचे तो राजनीतिक गलियारों में कुछ इसी प्रकार की कानाफूसी का दौर चालू हो गया. यह बात भी सामने आई कि दोनों नेता पवैया को मनाने उनके आवास पहुंचे थे. बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ग्वालियर में कई कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे.
क्या वाकई नेतृत्व से नाराज हैं पवैया
ग्वालियर में भी किसी भी कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जयभान पवैया नजर नहीं आए. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह ग्वालियर या चंबल से लोकसभा टिकट चाह रहे थे. ग्वालियर से नरेंद्र तोमर के करीबी भारत सिंह कुशवाह को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं मुरैना में भी स्पीकर तोमर के ही करीबी शिवमंगल तोमर को पार्टी उम्मीदवार घोषित किया गया है. इससे समझा जा सकता है कि पूर्व मंत्री पवैया इन दिनों अपने नेतृत्व से कुछ नाराज चल रहे हैं, लेकिन जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़ी सफाई से टिकट की नाराजगी के सवाल को काल्पनिक बता दिया.
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सीएम ने बताया वरिष्ठ नेता
सीएम डॉ. मोहन यादव ने भाजपा नेता पवैया से अपने पूर्व संबंधों का हवाला देते हुए उन्हें अपना वरिष्ठ नेता बताया है. उन्होंने कहा है कि हम दोनों ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रोडक्ट हैं. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्वालियर में रविवार को कई सौगातें मिली हैं. उनकी कोशिश है कि ग्वालियर को ऐसे ही विकास के नए आयाम मिलते जाएं.