ETV Bharat / state

साइबर ठगों ने भाजयुमो नेता को बनाया पोपट, नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं से ठगी, ऐसे हुआ खुलासा - gwalior cyber crime

साइबर ठग अब ठगी के लिए चर्चित चेहरों का इस्तेमाल करने लगे हैं. छोटे शहरों के मासूम लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं. मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया, जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री ने पुलिस से अपने नाम पर की जा रही ठगी की शिकायत की.

FRAUD WITH NAME OF BJP LEADER
साइबर ठगों ने भाजयुमो नेता का बनाया पोपट (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 10, 2024, 6:42 AM IST

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कुछ युवा ठगी के शिकार हो गए वह भी एक भाजयुमो नेता की बातों में आकर, ये नेता सोशल मीडिया पर नौकरी लगवाने के एड पोस्ट कर रहा था और जॉब के लालच में कई युवाओं को ठग लिया गया था. लेकिन छकाने वाली बात तो ये थी कि इस बारे में उस नेता को कोई भी अंदाजा ही नही था. क्योंकि ठगी का ये पूरा खेल साइबर ठगों द्वारा किया जा रहा था.

भाजयुमो नेता राहुल भदौरिया के साथ ठगी (Etv Bharat)

फेक आईडी से ठगी की पोस्ट
असल में ग्वालियर के भाजयुमो के जिला महामंत्री राहुल भदौरिया के फोटो इस्तेमाल कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर साइबर ठगों ने मयंक साहू के नाम से एक फेक आईडी बनाई. जिसमे भदौरिया के फोटोज का इस्तेमाल किया और इसके बाद एक पोस्ट के जरिये अस्पताल में नौकरी लगवाने के खुला ऑफर दिया. जिसमें संपर्क में ठगों ने अपना नंबर भी दिया, जिस पर कॉल कर नौकरी के संबंध में कमीशन की बात की जा सके. लोग प्रोफाइल में बड़े नेताओं व मंत्रियों के साथ फाेटो देखकर ठगों के जाल में फंसकर पैसे देते गए.

परिचितों का आया फोन तो समझ आया माजरा
कुछ दिन पहले भाजयुमो नेता के परिचितों के उनके पास फोन आए और जिन्होंने पूछा कि उन्हें क्या परेशानी है तो वह टेंशन में आ गए. क्योंकि न तो उन्हें अभी कोई परेशानी थी अैर ना ही किसी से उन्होंने इसके बारे में चर्चा की थी. शक होने पर जब उन्होंने पूछा कि आप इस तरह क्यों पूछ रहे हो तो पता चला कि राहुल का फोटो लगाकर इंस्टाग्राम पर साहू मयंक नाम से एक आईडी से मैसेज व पोस्ट आ रही है, जिसमें जॉब के लिए संपर्क करने का ऑफर दिया गया था. कोई संपर्क करता तो उससे रुपए मांगे जा रहे हैं.

शिकायत मिलते ही एक्टिव हुई पुलिस
राहुल भदौरिया को समझ आ गया कि उनके नाम से किसी ने धोखाधड़ी की है. तत्काल उन्होंने ग्वालियर एसपी से मामले की शिकायत की. जिसके बाद साइबर सेल पुलिस ने इस मामले को लेकर जांच की पुलिस टीम ने सबसे पहले बैंक से उस नंबर की जानकारी निकाली, जिसमें पैसा जा रहा था तो पता चला कि यह किसी शिवा विश्वकर्मा का खाता है. साथ ही पता चला कि जिस आईडी से नकली आईडी तैयार की है वह शिवम सविता की है तो साइबर सेल ने तुरंत उन्हें राउण्डअप कर लिया.

Also Read:

इंदौर के वेब डेवलपर ने ऑस्ट्रेलिया के व्यक्ति से की करोड़ों की ठगी, चढ़ा पुलिस के हत्थे - Indore Web developer fraud

अशोकनगर पुलिस ने मालिकों को लौटाए 16 लाख के 80 मोबाइल, सुरक्षा के लिए दी ये नसीहत - Police recover Theft 80 mobile

लोन देने के बहाने रतलाम में लाखों की ठगी, पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ने किया बड़ा खुलासा - Ratlam 38 lakhs loan fraud

50 रुपये कमीशन के चक्कर ने पहुंचाया जेल
जब पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि उसके खाते का उपयोग शिवम सविता करता था, उसके अकाउंट में आने वाले रुपयों पर उसे 50 रुपए पर ट्रांजेक्शन कमीशन मिलता था, बाकी रकम शिवम अपने पास रखता था. शिवा ने यह भी बताया कि अभी तक उसके अकाउंट में करीब 50 से ज्यादा लोगों का पैसा ट्रांजेक्शन होकर आया है. पड़ताल में पता चला है कि आरोपी 500 रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक की मांग करता था, वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है.

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कुछ युवा ठगी के शिकार हो गए वह भी एक भाजयुमो नेता की बातों में आकर, ये नेता सोशल मीडिया पर नौकरी लगवाने के एड पोस्ट कर रहा था और जॉब के लालच में कई युवाओं को ठग लिया गया था. लेकिन छकाने वाली बात तो ये थी कि इस बारे में उस नेता को कोई भी अंदाजा ही नही था. क्योंकि ठगी का ये पूरा खेल साइबर ठगों द्वारा किया जा रहा था.

भाजयुमो नेता राहुल भदौरिया के साथ ठगी (Etv Bharat)

फेक आईडी से ठगी की पोस्ट
असल में ग्वालियर के भाजयुमो के जिला महामंत्री राहुल भदौरिया के फोटो इस्तेमाल कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर साइबर ठगों ने मयंक साहू के नाम से एक फेक आईडी बनाई. जिसमे भदौरिया के फोटोज का इस्तेमाल किया और इसके बाद एक पोस्ट के जरिये अस्पताल में नौकरी लगवाने के खुला ऑफर दिया. जिसमें संपर्क में ठगों ने अपना नंबर भी दिया, जिस पर कॉल कर नौकरी के संबंध में कमीशन की बात की जा सके. लोग प्रोफाइल में बड़े नेताओं व मंत्रियों के साथ फाेटो देखकर ठगों के जाल में फंसकर पैसे देते गए.

परिचितों का आया फोन तो समझ आया माजरा
कुछ दिन पहले भाजयुमो नेता के परिचितों के उनके पास फोन आए और जिन्होंने पूछा कि उन्हें क्या परेशानी है तो वह टेंशन में आ गए. क्योंकि न तो उन्हें अभी कोई परेशानी थी अैर ना ही किसी से उन्होंने इसके बारे में चर्चा की थी. शक होने पर जब उन्होंने पूछा कि आप इस तरह क्यों पूछ रहे हो तो पता चला कि राहुल का फोटो लगाकर इंस्टाग्राम पर साहू मयंक नाम से एक आईडी से मैसेज व पोस्ट आ रही है, जिसमें जॉब के लिए संपर्क करने का ऑफर दिया गया था. कोई संपर्क करता तो उससे रुपए मांगे जा रहे हैं.

शिकायत मिलते ही एक्टिव हुई पुलिस
राहुल भदौरिया को समझ आ गया कि उनके नाम से किसी ने धोखाधड़ी की है. तत्काल उन्होंने ग्वालियर एसपी से मामले की शिकायत की. जिसके बाद साइबर सेल पुलिस ने इस मामले को लेकर जांच की पुलिस टीम ने सबसे पहले बैंक से उस नंबर की जानकारी निकाली, जिसमें पैसा जा रहा था तो पता चला कि यह किसी शिवा विश्वकर्मा का खाता है. साथ ही पता चला कि जिस आईडी से नकली आईडी तैयार की है वह शिवम सविता की है तो साइबर सेल ने तुरंत उन्हें राउण्डअप कर लिया.

Also Read:

इंदौर के वेब डेवलपर ने ऑस्ट्रेलिया के व्यक्ति से की करोड़ों की ठगी, चढ़ा पुलिस के हत्थे - Indore Web developer fraud

अशोकनगर पुलिस ने मालिकों को लौटाए 16 लाख के 80 मोबाइल, सुरक्षा के लिए दी ये नसीहत - Police recover Theft 80 mobile

लोन देने के बहाने रतलाम में लाखों की ठगी, पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ने किया बड़ा खुलासा - Ratlam 38 lakhs loan fraud

50 रुपये कमीशन के चक्कर ने पहुंचाया जेल
जब पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि उसके खाते का उपयोग शिवम सविता करता था, उसके अकाउंट में आने वाले रुपयों पर उसे 50 रुपए पर ट्रांजेक्शन कमीशन मिलता था, बाकी रकम शिवम अपने पास रखता था. शिवा ने यह भी बताया कि अभी तक उसके अकाउंट में करीब 50 से ज्यादा लोगों का पैसा ट्रांजेक्शन होकर आया है. पड़ताल में पता चला है कि आरोपी 500 रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक की मांग करता था, वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.