प्रयागराज : देशभर में गुरु पूर्णिमा का पर्व पूरे आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. गुरु पूर्णिमा के मौके पर मठ और मंदिरों में बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने गुरुओं के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. प्रयागराज के त्रिवेणी संगम तट पर भी आस्था का हुजूम उमड़ा. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु तड़के ही त्रिवेणी की पावन धारा में स्नान के लिए पहुंचने लगे.
आज के दिन त्रिवेणी में स्नान के बाद दान का विशेष महत्व है. यही वजह है कि हर कोई आज के दिन त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए उत्सकु नजर आ रहा है. संगम स्नान के बाद श्रद्धालु तीर्थपुरोहितों के निर्देशानुसार दान पुण्य भी कर रहे हैं. यहां से निकल कर मठ मंदिरों में जा कर दर्शन पूजन के साथ अपने संत महात्माओं का आशीर्वाद भी ले रहे हैं.
गुरु पूर्णिमा के मौके पर संगम स्नान को देखते हुए सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग की गई है. जल पुलिस के साथ ही विशेष प्रशिक्षित गोताखोरों को भी घाटों पर तैनात किया गया है. श्रद्धालुओं को स्नान के समय गहरे पानी से रोकने के लिए अलग-अलग जल पुलिस की टीमें घाटों पर तैनात की गईं हैं.
गुरु पूर्णिमा के महत्व के बारे में देवरहा बाबा आश्रम के कथा वाचक रामेश्वर शास्त्री जी महाराज बताते हैं कि भगवान की कृपा से मानव शरीर मिलता है. गुरुकृपा या संतकृपा से मनुष्य को स्वर्ग अथवा नरक नहीं मिलते, केवल मुक्ति प्राप्त होती है. गुरु शरीर नहीं होता और शरीर गुरु नहीं होता- इसलिए गुरु की मृत्यु कभी नहीं होती, यदि गुरु की मृत्यु हो जाए तो शिष्य का कल्याण कैसे होगा. वहीं तमाम श्रद्धालुओं ने खास मौके पर स्नान के बाद अपनी खुशी जाहिर की.
मिर्जापुर में गुरु पूर्णिमा पर मां विंध्यवासिनी मंदिर और स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम पर उमड़े भक्त : मिर्जापुर में गुरु पूर्णिमा पर मां विंध्यवासिनी मंदिर और स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम पर भक्तों की भीड़ उमड़ी. चुनार तहसील के सक्तेशगढ़ स्थित श्री परमहंस आश्रम में भक्तों की भीड़ है. श्रद्धालुओं को कंट्रोल करने के लिए भारी संख्या में दोनों जगह पुलिस लगाई गई है.
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