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विधायक की बिना सुरक्षा किए चार साल वेतन उठाने वाला गनमैन बर्खास्त, जांच के बाद एक्शन - GUNMAN OF MLA SACKED

विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में बिना तैनाती के चार साल वेतन उठाने वाले गनमैन को पुलिस ने जांच के बाद बर्खास्त कर दिया है.

बिना तैनाती के सैलरी लेने वाला गनमैन बर्खास्त
बिना तैनाती के सैलरी लेने वाला गनमैन बर्खास्त (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 12, 2025, 10:18 AM IST

कोटा : लाडपुरा विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में बिना तैनाती के चार साल वेतन उठाने वाले गनमैन को पुलिस ने जांच के बाद बर्खास्त कर दिया है. इस मामले का खुलासा साल 2023 में हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी. साथ ही गनमैन को शुरुआत में सस्पेंड किया था. जांच पूरी होने पर उस पर कार्रवाई की गई है. इस मामले में बिना ड्यूटी दिए ही वह चार साल सैलरी उठा रहा था.

कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि लाडपुरा विधायक ने जून 2023 में शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि उनके पास 4 साल से गनमैन नहीं है, लेकिन कांस्टेबल जितेंद्र सिंह के वेतन का भुगतान पुलिस विभाग कर रहा है. पुलिस विभाग ने वर्ष 2019 में विधायक की सुरक्षा में गनमैन तैनात किया था, लेकिन वो विधायक के पास पहुंचा ही नहीं. वह न तो पुलिस विभाग में ड्यूटी कर रहा है और न ही विधायक की सुरक्षा में लगा है. ऐसे में उसे पहले सस्पेंड कर एडिशनल से जांच करवाई गई थी. अब जांच पूरी होने पर उसे बर्खास्त कर दिया है.

पढ़ें. Rajasthan Police : विधायक की सुरक्षा में तैनात गनमैन 4 साल से गायब, विभाग से लेता रहा सैलरी, जानें कैसे

उठा ली लाखों रुपए की सैलरी : जितेंद्र सिंह सोलंकी ने एक बार भी पुलिस लाइन में किसी को यह नहीं बताया कि वह कल्पना देवी की सुरक्षा में नहीं लगा हुआ है. इसके चलते हमेशा पुलिस लाइन से उसकी सैलरी बन जाती थी और उसके खाते में चली जाती थी. आरोपी कांस्टेबल जितेंद्र सिंह सोलंकी को करीब 50 हजार रुपए से ज्यादा की सैलरी हर माह मिल रही थी. ऐसे में वह अभी तक 25 लाख रुपए की सैलरी उठा चुका था, जबकि उसने बतौर सुरक्षाकर्मी काम ही नहीं किया है. पिछले 4 साल से गनमैन न केवल पुलिस विभाग से वेतन ले रहा है, बल्कि अपने हथियार की वार्षिक रिपोर्ट भी जमा करा रहा है. इस दौरान वह मौज मस्ती करता रहा.

फोन स्विच ऑफ होने से हुआ खुलासा : वीआईपी की सुरक्षा में लगे गनमैन को हर साल अपने हथियार का ब्यौरा उपलब्ध कराना होता है, जिसके लिए उसे पुलिस लाइन में जाना पड़ता है. जब विधायक के साथ लगे गनमैन जितेंद्र सिंह को फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला. ऐसे में पुलिस ने विधायक को फोन कर दिया. विधायक ने कहा कि उनके पास तो कोई गनमैन ही नहीं है. इससे पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया. इसके बाद पुलिस ने आंतरिक जांच शुरू की तो सामने आया कि बीते 4 सालों से वह पुलिस लाइन में अपने हथियार का ब्यौरा प्रस्तुत कर सैलरी भी पूरी उठा रहा था. पुलिस लाइन में आकर ट्रेनिंग भी ली है. साथ ही वह जयपुर में जाकर गनमैन का प्रशिक्षण भी अलग से 2022 जुलाई में लेकर आया है. हर बार ट्रेनिंग के लिए पुलिस लाइन में आमद करवाता था. साथ ही ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद वापस रवानगी ले लेता था.

कोटा : लाडपुरा विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में बिना तैनाती के चार साल वेतन उठाने वाले गनमैन को पुलिस ने जांच के बाद बर्खास्त कर दिया है. इस मामले का खुलासा साल 2023 में हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी. साथ ही गनमैन को शुरुआत में सस्पेंड किया था. जांच पूरी होने पर उस पर कार्रवाई की गई है. इस मामले में बिना ड्यूटी दिए ही वह चार साल सैलरी उठा रहा था.

कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि लाडपुरा विधायक ने जून 2023 में शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि उनके पास 4 साल से गनमैन नहीं है, लेकिन कांस्टेबल जितेंद्र सिंह के वेतन का भुगतान पुलिस विभाग कर रहा है. पुलिस विभाग ने वर्ष 2019 में विधायक की सुरक्षा में गनमैन तैनात किया था, लेकिन वो विधायक के पास पहुंचा ही नहीं. वह न तो पुलिस विभाग में ड्यूटी कर रहा है और न ही विधायक की सुरक्षा में लगा है. ऐसे में उसे पहले सस्पेंड कर एडिशनल से जांच करवाई गई थी. अब जांच पूरी होने पर उसे बर्खास्त कर दिया है.

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उठा ली लाखों रुपए की सैलरी : जितेंद्र सिंह सोलंकी ने एक बार भी पुलिस लाइन में किसी को यह नहीं बताया कि वह कल्पना देवी की सुरक्षा में नहीं लगा हुआ है. इसके चलते हमेशा पुलिस लाइन से उसकी सैलरी बन जाती थी और उसके खाते में चली जाती थी. आरोपी कांस्टेबल जितेंद्र सिंह सोलंकी को करीब 50 हजार रुपए से ज्यादा की सैलरी हर माह मिल रही थी. ऐसे में वह अभी तक 25 लाख रुपए की सैलरी उठा चुका था, जबकि उसने बतौर सुरक्षाकर्मी काम ही नहीं किया है. पिछले 4 साल से गनमैन न केवल पुलिस विभाग से वेतन ले रहा है, बल्कि अपने हथियार की वार्षिक रिपोर्ट भी जमा करा रहा है. इस दौरान वह मौज मस्ती करता रहा.

फोन स्विच ऑफ होने से हुआ खुलासा : वीआईपी की सुरक्षा में लगे गनमैन को हर साल अपने हथियार का ब्यौरा उपलब्ध कराना होता है, जिसके लिए उसे पुलिस लाइन में जाना पड़ता है. जब विधायक के साथ लगे गनमैन जितेंद्र सिंह को फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला. ऐसे में पुलिस ने विधायक को फोन कर दिया. विधायक ने कहा कि उनके पास तो कोई गनमैन ही नहीं है. इससे पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया. इसके बाद पुलिस ने आंतरिक जांच शुरू की तो सामने आया कि बीते 4 सालों से वह पुलिस लाइन में अपने हथियार का ब्यौरा प्रस्तुत कर सैलरी भी पूरी उठा रहा था. पुलिस लाइन में आकर ट्रेनिंग भी ली है. साथ ही वह जयपुर में जाकर गनमैन का प्रशिक्षण भी अलग से 2022 जुलाई में लेकर आया है. हर बार ट्रेनिंग के लिए पुलिस लाइन में आमद करवाता था. साथ ही ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद वापस रवानगी ले लेता था.

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