गुना: मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से वंचित महिलाओं ने गुना कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई में जमकर हंगामा किया. इन महिलाओं का गुस्सा कलेक्टर और मीडिया के सामने फूट पड़ा. परेशान महिलाएं ये कहती हुईं नजर आईं कि यदि योजना का लाभ देना है तो सभी को दो नहीं तो योजना बंद कर दो. बता दें कि इस योजना से वंचित महिलाएं इसका लाभ लेने के लिए लगातार दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही. कलेक्टर ने यहां पहुंची ऐसी सभी महिलाओं को समझाइश दी और कहा कि जब योजना में दोबारा पंजीकरण होगा तो लाभ दिया जाएगा.
आसपास से बड़ी संख्या में पहुंची महिलाएं
गुना जिला मुख्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई शुरू होने से पहले ही कलेक्ट्रेट परिसर में गुना, राघौगढ़, चांचौड़ा और आसपास के अंचल से सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंची. महिलाओं की भीड़ देखकर प्रशासनिक अमला भी दंग रह गया. बताया जा रहा है कि महिलाओं की संख्या ज्यादा थी इसलिए पुलिसकर्मियों ने उन्हें जनसुनवाई में जाने की इजाजत नहीं दी. महिलाएं शोर मचा रही थीं जिसकी जानकारी कलेक्टर डॉ सतेंद्र सिंह को दी गई.
महिलाओं ने की लाड़ली योजना का लाभ देने की मांग
जिन महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं मिल रहा है उन्होंने इसमें शामिल होने की सरकार से गुहार लगाई है. अधिकांश महिलाओं ने योजना से संबंधित पुराने फॉर्म भी दिखाए, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो छपे हुए थे. महिलाओं का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों से उन्हें गुमराह किया जा रहा है. फोटो कॉपी संचालक और ऑनलाइन संचालक उनसे 100-200 रुपये ले रहे हैं. वहीं मीडिया से चर्चा के दौरान महिलाएं तो इतने गुस्से में नजर आई कि उन्होंने तो ये तक कह डाला कि योजना सभी के लिए है,तो हमें क्यों वंचित रखा जा रहा है,यदि देना है तो सभी को दीजिए,नही तो ये योजना बंद की जाए.
कलेक्टर ने महिलाओं को दी समझाइश
महिलाओं का हंगामा देखते हुए कलेक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह ने जनसुनवाई कक्ष के बाहर मौजूद महिलाओं से संवाद किया और उन्हें जानकारी दी. कलेक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह ने कहा कि "लाड़ली बहना योजना के फॉर्म सरकार की मंजूरी के बाद पूरे मध्य प्रदेश में ऑनलाईन भरे जाएंगे. उन्होंने महिलाओं को समझाया कि वे रोजाना कलेक्ट्रेट आकर अपना समय और पैसा खर्च न करें. महिलाएं चाहें तो सादा कागज पर अपना आवेदन दे सकती हैं, जब भी ऑनलाइन वेबसाइट पर फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू होगी, उनके आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी. इसके लिए कलेक्ट्रेट में टेबिल लगाई गई है,जिसका काम आवेदन लेना मात्र है लेकिन उन्हें ऑनलाइन तब किए जाएंगे, जब सरकार की ओर से हरी झंडी मिलेगी. फोटो कॉपी अथवा ऑनलाइन संचालक के पैसों की मांग पर कहा कि अगर ऐसा कोई व्यक्ति पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
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2023 के विधानसभा चुनाव में दिखा था असर
बता दें कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह ने इस योजना की शुरुआत की थी. वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के कारण महिलाओं के वोट प्रतिशत में इजाफा देखने को मिला था और बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की थी. अब इस योजना से वंचित अन्य महिला हितग्राही चाहती हैं कि उन्हें भी इस योजना का लाभ मिले.