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नाथद्वारा में गुजराती फूड फेस्टिवल का आगाज, पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ लेंगे दर्शनार्थी - GUJARATI FOOD FESTIVAL

नाथद्वारा में रविवार से दस दिवसीय गुजराती फ़ूड फेस्टिवल शुरू हुआ. ये फेस्टिवल 22 से 31 दिसंबर तक चलेगा.

गुजराती फूड फेस्टिवल
गुजराती फूड फेस्टिवल (फोटो ईटीवी भारत नाथद्वारा)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 4 hours ago

नाथद्वारा. पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर के वल्लभ विलास में रविवार से दस दिवसीय गुजराती फूड फेस्टिवल की शुरुआत हुई. इस फेस्टिवल में गुजराती खाने को प्रमोट करते हुए पारंपरिक और नवीन गुजराती व्यंजनों के अलावा फ्यूजन डिशेज का भी आनंद लिया जा सकेगा.

मनोरथ रेस्टोरेंट के मैनेजर सुमंत्रा घोष ने बताया कि इस फेस्टिवल का नाम "चालो जमवा" रखा गया है, जो 22 से 31 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान वल्लभ विलास लॉर्ड्स प्लाजा नाथद्वारा में विभिन्न प्रकार के गुजराती व्यंजन तैयार किए जाएंगे. एग्जीक्यूटिव शेफ द्वारा पारंपरिक तरीके से तैयार किए गए ये व्यंजन न केवल स्वाद में प्रामाणिक होंगे, बल्कि वैष्णव अतिथियों को एक अद्वितीय अनुभव भी प्रदान करेंगे. घोष ने बताया कि इस फेस्टिवल का उद्देश्य लोगों को गुजरात की खाद्य संस्कृति और पारंपरिक स्वाद से परिचित कराना है, और नाथद्वारा में इसे पहली बार आयोजित किया जा रहा है.

पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ
पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ (फोटो ईटीवी भारत राजसमंद)

पढ़ें: राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने किए श्रीनाथजी के दर्शन, देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना - GOVERNOR BAGDE VISITED SHRINATHJI

शेफ चुन्नीलाल ने बताया कि इस फेस्टिवल में विशेष गुजराती व्यंजन जैसे सुरती उंडियो, दाल ढोकली, बटाटा बड़ा, हाडवो, पातरा, टिंडोरा नू साग, मिक्स कठोल, भालोर पापड़ी नू साक, दूधी भूटिया, गूंगरा और अन्य विविध डिशेज परोसी जाएंगी, जो गुजराती खाने के शौकिनों को आकर्षित करेंगी. नाथद्वारा के बाजार अक्सर गुजराती पर्यटकों से गुलजार रहते हैं, और यहां के श्रीनाथजी मंदिर में करीब 70 प्रतिशत दर्शनार्थी गुजरात से आते हैं. इस सीजन में एनआरआई दर्शनार्थियों की भी भारी संख्या में आवक होती है, यही कारण है कि गुजराती फूड फेस्टिवल का आयोजन नाथद्वारा में किया जा रहा है.

नाथद्वारा. पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर के वल्लभ विलास में रविवार से दस दिवसीय गुजराती फूड फेस्टिवल की शुरुआत हुई. इस फेस्टिवल में गुजराती खाने को प्रमोट करते हुए पारंपरिक और नवीन गुजराती व्यंजनों के अलावा फ्यूजन डिशेज का भी आनंद लिया जा सकेगा.

मनोरथ रेस्टोरेंट के मैनेजर सुमंत्रा घोष ने बताया कि इस फेस्टिवल का नाम "चालो जमवा" रखा गया है, जो 22 से 31 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान वल्लभ विलास लॉर्ड्स प्लाजा नाथद्वारा में विभिन्न प्रकार के गुजराती व्यंजन तैयार किए जाएंगे. एग्जीक्यूटिव शेफ द्वारा पारंपरिक तरीके से तैयार किए गए ये व्यंजन न केवल स्वाद में प्रामाणिक होंगे, बल्कि वैष्णव अतिथियों को एक अद्वितीय अनुभव भी प्रदान करेंगे. घोष ने बताया कि इस फेस्टिवल का उद्देश्य लोगों को गुजरात की खाद्य संस्कृति और पारंपरिक स्वाद से परिचित कराना है, और नाथद्वारा में इसे पहली बार आयोजित किया जा रहा है.

पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ
पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ (फोटो ईटीवी भारत राजसमंद)

पढ़ें: राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने किए श्रीनाथजी के दर्शन, देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना - GOVERNOR BAGDE VISITED SHRINATHJI

शेफ चुन्नीलाल ने बताया कि इस फेस्टिवल में विशेष गुजराती व्यंजन जैसे सुरती उंडियो, दाल ढोकली, बटाटा बड़ा, हाडवो, पातरा, टिंडोरा नू साग, मिक्स कठोल, भालोर पापड़ी नू साक, दूधी भूटिया, गूंगरा और अन्य विविध डिशेज परोसी जाएंगी, जो गुजराती खाने के शौकिनों को आकर्षित करेंगी. नाथद्वारा के बाजार अक्सर गुजराती पर्यटकों से गुलजार रहते हैं, और यहां के श्रीनाथजी मंदिर में करीब 70 प्रतिशत दर्शनार्थी गुजरात से आते हैं. इस सीजन में एनआरआई दर्शनार्थियों की भी भारी संख्या में आवक होती है, यही कारण है कि गुजराती फूड फेस्टिवल का आयोजन नाथद्वारा में किया जा रहा है.

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