ETV Bharat / state

जीटीबी अस्पताल गोलीकांड का मास्टरमाइंड 'समीर उर्फ बाबा' साथी के साथ ऋषिकेश से गिरफ्तार - GTB Hospital Murder Case

GTB Hospital Shootout Case: जीटीबी अस्पताल गोलीकांड का मास्टरमाइंड 'समीर उर्फ ​​बाबा' को दिल्ली पुलिस ने उसके साथी सहित ऋषिकेश से गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद दो अन्य कुख्यात अपराधी को मयूर विहार इलाके से दबोचा है.

जीटीबी अस्पताल गोलीकांड
जीटीबी अस्पताल गोलीकांड (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 23, 2024, 6:25 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के जीटीबी अस्पताल गोलीकांड (GTB Hospital Murder Case) में फरार चल रहे अपराधियों की धरपकड़ लगातार जारी है. अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाशिम बाबा गैंग के मेंबर और गोलीकांड के मास्‍टरमाइंड समीर उर्फ बाबा (22) और राहुल सिंह उर्फ राहुल खटीक (33) को ऋषिकेश से गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने दो अन्य कुख्यात अपराधियों को मयूर विहार इलाके से दबोचा है.

स्पेशल सेल नई दिल्ली रेंज की डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के मुताबिक, जीटीबी अस्‍पताल में एक मरीज की हत्‍या मामले की पूरी साज‍िश रचने वाले आरोपी समीर उर्फ बाबा और उसके तीन अन्‍य साथियों को ग‍िरफ्तार क‍िया गया है. समीर नौवीं कक्षा तक पढ़ा है. उसने आर्थिक तंगी के चलते पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने पिता के साथ काम करना शुरू कर दिया था. साल 2019 में उसका लोकल क्रिमिनल के साथ झगड़ा हो गया था, जिसके कारण दुश्मनी बढ़ गई.

इसके बाद समीर आपराधिक तत्वों के संपर्क में आ गया और क्राइम करना शुरू कर दिया. 13 जून 2024 को आरोपी समीर और गिरोह के 5 अन्य सदस्यों ने ही अपने प्रतिद्वंदी वसीम अस्मत को खत्‍म करने के लिए पूरा जाल बिछाया. उस समय वेलकम इलाके में वसीम अस्मत पर ताबड़तोड़ गोलियां भी चलाई थी. घायल होने के बाद उसको जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस हमले में बच चुके वसीम को उसने फिर से जीटीबी अस्पताल में मारने की पूरी योजना बनाई.

जानकारी के अनुसार, इस बार आरोपी समीर अस्पताल नहीं गया, क्योंकि उसे लगता था कि वाशिम अस्मत या उसका भाई उसको पहचान लेगा. तब उसने अपने साथियों को वसीम को मारने के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा. लेकिन एक ही वार्ड में दो कमरे होने की वजह से आरोपी के साथियों ने गलती से एक मासूम मरीज की हत्या कर दी. मृतक की पहचान र‍ियाजुद्दीन, खजूरी खास के रूप में हुई थी. इस हमले के बाद से पुलिस समीर व उसके साथ‍ियों की तलाश में जुटी थी.

डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के मुताबिक, शुरुआत में पता चला कि राहुल सिंह उर्फ राहुल खटीक और समीर दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे. आगे टेक्निकल सर्विलांस और मुखब‍िरों के आधार पर इन दोनों की मूमेंट उत्तराखंड के ऋषिकेश के पास मिली. पुलिस ने आरोपियों का पीछा कर 19 जुलाई को दबोच लिया. दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद दो अन्य फरार आरोपी मुकेश उर्फ सचिन उर्फ गोलू और सुहैल उर्फ तौहिद उर्फ शूटर को 20 जुलाई की रात मयूर विहार से दबोच गया. इन सभी आरोप‍ियों के ख‍िलाफ द‍िल्‍ली के अलग-अलग थानों में अनेक मामले दर्ज हैं.

नई दिल्ली: दिल्ली के जीटीबी अस्पताल गोलीकांड (GTB Hospital Murder Case) में फरार चल रहे अपराधियों की धरपकड़ लगातार जारी है. अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाशिम बाबा गैंग के मेंबर और गोलीकांड के मास्‍टरमाइंड समीर उर्फ बाबा (22) और राहुल सिंह उर्फ राहुल खटीक (33) को ऋषिकेश से गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने दो अन्य कुख्यात अपराधियों को मयूर विहार इलाके से दबोचा है.

स्पेशल सेल नई दिल्ली रेंज की डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के मुताबिक, जीटीबी अस्‍पताल में एक मरीज की हत्‍या मामले की पूरी साज‍िश रचने वाले आरोपी समीर उर्फ बाबा और उसके तीन अन्‍य साथियों को ग‍िरफ्तार क‍िया गया है. समीर नौवीं कक्षा तक पढ़ा है. उसने आर्थिक तंगी के चलते पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने पिता के साथ काम करना शुरू कर दिया था. साल 2019 में उसका लोकल क्रिमिनल के साथ झगड़ा हो गया था, जिसके कारण दुश्मनी बढ़ गई.

इसके बाद समीर आपराधिक तत्वों के संपर्क में आ गया और क्राइम करना शुरू कर दिया. 13 जून 2024 को आरोपी समीर और गिरोह के 5 अन्य सदस्यों ने ही अपने प्रतिद्वंदी वसीम अस्मत को खत्‍म करने के लिए पूरा जाल बिछाया. उस समय वेलकम इलाके में वसीम अस्मत पर ताबड़तोड़ गोलियां भी चलाई थी. घायल होने के बाद उसको जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस हमले में बच चुके वसीम को उसने फिर से जीटीबी अस्पताल में मारने की पूरी योजना बनाई.

जानकारी के अनुसार, इस बार आरोपी समीर अस्पताल नहीं गया, क्योंकि उसे लगता था कि वाशिम अस्मत या उसका भाई उसको पहचान लेगा. तब उसने अपने साथियों को वसीम को मारने के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा. लेकिन एक ही वार्ड में दो कमरे होने की वजह से आरोपी के साथियों ने गलती से एक मासूम मरीज की हत्या कर दी. मृतक की पहचान र‍ियाजुद्दीन, खजूरी खास के रूप में हुई थी. इस हमले के बाद से पुलिस समीर व उसके साथ‍ियों की तलाश में जुटी थी.

डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के मुताबिक, शुरुआत में पता चला कि राहुल सिंह उर्फ राहुल खटीक और समीर दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे. आगे टेक्निकल सर्विलांस और मुखब‍िरों के आधार पर इन दोनों की मूमेंट उत्तराखंड के ऋषिकेश के पास मिली. पुलिस ने आरोपियों का पीछा कर 19 जुलाई को दबोच लिया. दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद दो अन्य फरार आरोपी मुकेश उर्फ सचिन उर्फ गोलू और सुहैल उर्फ तौहिद उर्फ शूटर को 20 जुलाई की रात मयूर विहार से दबोच गया. इन सभी आरोप‍ियों के ख‍िलाफ द‍िल्‍ली के अलग-अलग थानों में अनेक मामले दर्ज हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.