लखनऊ : कानपुर में झांसी रोड पर सांड गांव में अडानी डिफेंस एंड ऐरोस्पेस की डिफेंस सिटी अद्भुत होगी. यहां 26 फरवरी से हर मिनट ढाई सौ कारतूस बनाए जाएंगे. जबकि बाद में तोप के गोले और मिसाइल का भी निर्माण होगा. आने वाले समय में 500 एकड़ की इस डिफेंस सिटी में इतना गोला बारूद और हथियार बनाया जाएगा कि देश के लिए तो आपूर्ति होगी ही, विदेशों में निर्यात की ताकत भी देश को प्राप्त हो जाएगी.अडानी लिमिटेड के इस प्रोजेक्ट का प्रदर्शन लघु रूप में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान एग्जिबिशन पंडाल में किया गया है. जहां आने वाले लोगों को इस डिफेंस सिटी के मॉडल ने बहुत आकर्षित किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एग्जीबिशन पंडाल में अडानी डिफेंस की ओर से उनके प्रतिनिधि ने ईटीवी भारत को बताया कि अगले 5 साल में यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से विकसित हो जाएगा. इससे पहले कारतूस निर्माण हम 26 फरवरी से ही शुरू कर देंगे. जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बटन दबाकर यूनिट की शुरुआत कर देंगे. डिफेंस कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत बुंदेलखंड रोड पर यह परियोजना देश में अपने आप में अनूठी होगी. यहां ऊर्जा की जरूरत को पूरा करने के लिए पूरी सिटी को सोलर एनर्जी से परिपूर्ण किया गया है.अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के सीनियर मैनेजर स्ट्रेटजी आशीष बृजवानी ने बताया कि हमारा उद्देश्य उत्तर प्रदेश और देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का है. हम लगभग 3000 करोड़ रुपए का निवेश इस परियोजना में कर रहे हैं. जो कि बाद में और भी बढ़ेगा.
उन्होंने बताया कि भारत के मित्र देशों को हम यहां से रक्षा उत्पादन की आपूर्ति करेंगे. इसके साथ ही देश को भी कारतूस गोला बारूद और मिसाइल प्रोडक्ट में कोई कमी नहीं आएगी. आशीष ने बताया कि इस डिफेंस सिटी में एक हेलीपैड भी है. कानपुर से करीब 25 किलोमीटर दूर झांसी रोड पर सांड नाम का गांव है. जहां यह प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है. आशीष ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से और रक्षा मंत्रालय से हमको इस योजना को बनाने में पूरा सपोर्ट मिल रहा है. रक्षा के क्षेत्र में देश को मजबूत बनाने में डिफेंस कॉरिडोर बहुत काम आएगा और हमारी डिफेंस सिटी उसका एक खास हिस्सा होगी.