भोजपुर : बिहार के आरा में शादी से ठीक पहले घर से लापता एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है. पुलिस ने युवक का शव बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक युवक का शव पीरों थाना क्षेत्र के आरा-सासाराम स्टेट हाइवे के गटरिया पुल के पास से मिला है. इस मामले में मृतक के परिजन अज्ञात लोगों पर अगवा कर उसकी बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या करने की आशंका जता रहे थे. इसी बीच उसका शव मिलने से लोगों का गुस्सा भड़क उठा.
भोजपुर में युवक की हत्या : युवक की हत्या किए जाने की खबर पुलिस द्वारा मिलते ही मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने पीरों स्थित लोहिया चौक के पास आरा-सासाराम स्टेट हाइवे को जाम कर दिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों को छतिग्रस्त कर दिया. जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
गड्ढे में मिला शव : मृतक रजैया गांव निवासी जय भगवान सिंह के 32 वर्षीय पुत्र नारायण कुमार सिंह है. जो जिला विधिक सेवा प्राधिकार आरा में पारा विधिक स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत थे. मृतक रजैया पंचायत के पूर्व मुखिया कुमार राकेश उर्फ डब्ल्यू सिंह का भतीजा भी है. वहीं, पुलिस शव मिलने के बाद मौके पर एफएसएल की टीम को बुलाकर पूरे मामले की छानबीन शुरू करते हुए घटना का वास्तविक करण का पता लगाने में जुटी हुई है.
गुमशुदगी का मामला हुआ था दर्ज : मृतक के परिजनों की मानें तो नारायण सिंह की शादी तय हो गई थी और इसी महीने 11 फरवरी को उनका तिलक था. 17 फरवरी को बारात निकलने वाली थी. इसी बीच 9 फरवरी की दोपहर करीब 2 बजे नारायण कुमार सिंह अपनी मां से यह कहकर घर से निकले कि वो बिहिया किसी जरूरी काम से जा रहे हैं, शाम तक घर वापस लौट आएंगे. जब वो देर रात तक घर नहीं लौटे तो परिवार के लोग उन्हें ढूंढने के लिए निकले. लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद परिजनों ने उनकी गुमशुदगी का मामला पीरों थाना में दर्ज कराया.
हत्या की खबर सुनते ही हुआ हंगामा : अचानक कल देर रात पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दिया गया कि लापता नारायण का शव गटरिया पुल के पास से बरामद किया गया है. जब हम लोग वहां पहुंचे तो देखें कि मृतक के शरीर पर कई जगह जख्म के निशान हैं. जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि उसकी निर्मम तरीके से हत्या की गई है. हालांकि मृतक के हमारे परिवार वालों को किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है. वहीं इस मामले में फिलहाल पुलिस का कोई भी वरीय अधिकारी कैमरे पर बोलने से साफ इंकार कर रहे हैं.
''आरंभिक अनुसंधान में पता चल रहा है कि उनके किसी करीबी संबंधी के द्वारा विश्वास में लेकर इन्हें कहीं ले जाकर रहस्यमय तरीके से संभवत उनकी हत्या की गई है. पुलिस संदिग्ध की पहचान कर कार्रवाई आरंभ कर दी है. जल्दी अभियुक्त की गिरफ्तारी करते हुए कांड का उद्वेदन और घटना के कारण का पता किया जा रहा है.'' - प्रमोद कुमार यादव, एसपी, भोजपुर
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