Tomato Price Hike In MP: टमाटर एक ऐसी सब्जी है, जो हर किसी के रसोई में देखने को मिल जाएगी. अगर खाने में टमाटर नहीं पड़ा तो फिर जायके में स्वाद भी नहीं रहेगा. टमाटर कितना भी महंगा क्यों ना हो, उपभोक्ता अपने जायके में स्वाद बढ़ाने के लिए टमाटर जरूर खरीदते हैं, लेकिन आलू-प्याज के बाद इन दिनों टमाटर के भी भाव बहुत तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो आने वाले अभी कुछ दिनों में ये दाम और तेजी के साथ बढ़ेंगे. जिससे टमाटर और महंगा होगा और इसका असर लोगों के किचन के मासिक बजट पर भी देखने को मिलेगा.
टमाटर ने बिगाड़ा रसोई का बजट
किचन में बनने वाली ज्यादातर रेसिपी में टमाटर का इस्तेमाल होता है. टमाटर को लोग अलग-अलग तरह से खाने में इस्तेमाल करते हैं. कुल मिलाकर टमाटर रसोई की सबसे बहुमूल्य और जरूरतमंद सब्जी है. सब्जी मंडी में हमने कई लोगों से बात की इसी दौरान हमारी मुलाकात सब्जी खरीदने गई पूनम गुप्ता, रीनू पांडे से हुई. पूनम गुप्ता और रीनू पांडे बताती हैं कि वो अपने रसोई के लिए हर दिन टमाटर खरीद कर लेकर जाती हैं, क्योंकि टमाटर के बिना खाने में स्वाद कैसे आएगा, लेकिन जिस तरह से टमाटर लगातार महंगा हो रहा है, उसने अब टेंशन भी बढ़ा दी है, क्योंकि आलू प्याज के दाम तो पहले से ही बढ़े हुए थे और हरी सब्जियां भी अभी महंगी हैं. ऐसे में टमाटर के दाम कहां तक जाएंगे, कुछ कहा नहीं सकता. पिछले साल इसी सीजन में टमाटर के दाम ने शतक लगा दिया था और अगर इस साल भी कुछ ऐसा ही हाल रहा तो रसोई का बजट एक बार फिर से बिगड़ जाएगा.
शहडोल में क्या हैं टमाटर के दाम ?
शहडोल सब्जी मंडी के व्यापारी इमरान और रामप्रताप साहू बताते हैं कि टमाटर के दाम तो आसमान छू रहे हैं और अभी कम होने की उम्मीद मत कीजिए, क्योंकि इसके दाम अभी और बढ़ेंगे. वर्तमान में शहडोल सब्जी मंडी में टमाटर ₹50 प्रति किलो की दर से बिक रहा है और सब्जी व्यापारियों का साफ-साफ कहना है कि अभी यह दाम बढ़ेंगे और कहां तक जाएंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता. शहडोल में टमाटर लोकल से ही बहुत आ जाता है और जब लोकल से कमी होने लगती है तो फिर दूसरे राज्यों से भी आता है. सब्जी व्यापारी इमरान कहते हैं कि अभी बेंगलुरु से तो टमाटर आना शुरू नहीं हुआ है लेकिन जिस तरह से टमाटर की कमी है और खपत बढ़ रही है, उसे देखते हुए अब बेंगलुरु से भी टमाटर आना शुरू हो सकता है. जो हालात टमाटर के नजर आ रहे हैं, उसे देखते हुए ग्राहक अभी टमाटर के दाम कम होने की उम्मीद बिल्कुल ना करें.
आखिर टमाटर क्यों हो रहा है इतना महंगा ?
टमाटर आखिर क्यों इतना महंगा हो रहा है, इसे जानने के लिए हमने कुछ एक्सपर्ट व उद्यानिकी विभाग के कुछ अधिकारियों से भी बातचीत की. साथ ही टमाटर के किसानों से भी बात किया. किसान राम सजीवन कचेर अभी अपने खेतों पर टमाटर की फसल इसलिए नहीं लगाए हुए हैं, क्योंकि जिस तरह से गर्मी पड़ी है और बारिश नहीं हो रही है उससे उन्हें डर लग रहा है कि कहीं पूंजी भी ना फंस जाए. इसलिए उन्होंने अभी टमाटर लगाने के फैसले को टाल दिया है. टमाटर के व्यापारी राम प्रताप साहू बताते हैं कि टमाटर के महंगे होने की वजह ये भी है कि गर्मी इतनी तेज पड़ रही है, बारिश हो नहीं रही है और जो टमाटर आ भी रहा है वो ज्यादा दिन तक रुक नहीं पा रहा है क्योंकि खराब हो जाता है. इसलिए खपत ज्यादा है और माल कम है जिसकी वजह से टमाटर महंगा होता जा रहा है.
गर्मी की वजह से बर्बाद हो रही है टमाटर की खेती
कृषि उद्यानकी विस्तार अधिकारी विक्रम कलमें बताते हैं कि इस साल जिस तरह से प्रचंड गर्मी पड़ी है, उसकी वजह से टमाटर की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं जो लोग टमाटर की खेती बरसात के लिए गर्मी के सीजन से ही शुरू कर देते हैं, उनकी फसलें भी बर्बाद हो गई हैं. अभी भी बारिश इतनी हो नहीं रही है. गर्मी की वजह से टमाटर के फूल झड़े जा रहे हैं. फलों में कीड़े लग रहे हैं. यही वजह है कि टमाटर महंगा होता जा रहा है.
कभी प्रचंड महंगा तो कभी बिल्कुल सस्ता
अभी टमाटर महंगा हुआ है तो लोग परेशान हैं और जब टमाटर सस्ता होता है तो इतना सस्ता हो जाता है कि किसान के हाल बेहाल हो जाते हैं. कभी-कभी ऐसी स्थिति भी आती है, यही टमाटर ₹1 किलो तक कोई नहीं पूछता. ऐसे में सवाल यही है कि आखिर सिस्टम में कहां गड़बड़ी है कि कभी टमाटर सड़कों पर फेंके जाते हैं, उनकी कोई कीमत नहीं होती है और एक समय ऐसा हो जाता है कि टमाटर में गजब की महंगाई हो जाती है.
टमाटर का सबसे ज्यादा कहां होता है उत्पादन ?
टमाटर की खेती के मामले में चीन सबसे आगे है, चीन दुनिया में सबसे ज्यादा टमाटर का उत्पादन करता है और इसके बाद भारत दूसरे नंबर पर है. भारत में आलू के बाद सबसे ज्यादा तादाद में अगर कोई फसल उगाई जाती है तो वह टमाटर है. इसके अलावा कृषि उद्यान विस्तार अधिकारी विक्रम कलमे बताते हैं कि मध्य प्रदेश में भी काफी तादात में टमाटर का उत्पादन किया जाता है और लगातार टमाटर का रकबा प्रदेश में बढ़ता जा रहा है, आदिवासी बहुल इलाका शहडोल की ही बात करें तो यहां भी काफी तादात में टमाटर का रकबा बढ़ रहा है और टमाटर से किसान मालामाल भी हो रहे हैं और इसकी खेती में किसानों का इंटरेस्ट भी साल दर साल देखने को मिल रहा है.
मध्य प्रदेश में बढ़ रहा है टमाटर का उत्पादन
एक रिपोर्ट की माने तो पिछले साल भारत में टमाटर का लगभग 201 लाख टन उत्पादन हुआ था. सबसे बड़े टमाटर उत्पादक राज्यों की बात करें तो मध्य प्रदेश में काफी बड़े पैमाने पर टमाटर का उत्पादन किया जाता है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, उड़ीसा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और बिहार में भी टमाटर की खेती बहुतायत में की जाती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में मध्य प्रदेश में टमाटर की खेती के प्रति किसानों रुझान भी बढ़ा है और इसी वजह से मध्य प्रदेश में टमाटर का उत्पादन भी अच्छा खासा होता है.