नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा में दिनदहाड़े हुए सुखपाल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दोनों के पास से दो तमंचे, चार जिंदा कारतूस और घटना में प्रयोग की गई बाइक को बरामद कर लिया है. इस घटना को अंजाम देने वाले दो शूटर अभी फरार है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है और जल्द ही उनको गिरफ्तार करने का दावा कर रही है.
दरअसल, दादरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत नारायण गोल चक्कर पर 11 जनवरी को कासना निवासी सुखपाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सुखपाल कासना से दादरी जा रहा था, तभी बाइक पर आए बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी.
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया है. जिनकी पहचान मृतक की ससुराल सुनपुरा निवासी रतन सिंह और गाजियाबाद के साजिद सैफी के रूप में हुई है. निशु उर्फ करण और सद्दाम अभी फरार है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. सुखपाल का साला सुनपुरा गांव निवासी रोहित और उसी का दोस्त निशु उर्फ करण दोनों पक्षों में काफी समय से विवाद चल रहा है. क्योंकि निशु उर्फ कारण का भाई प्रवीण रोहित के साथ मिलकर लूटपाट करने के लिए 2019 में नोएडा के फेस-2 थाना क्षेत्र के याकूबपुर गांव गया था. जहां पर लूटपाट के बाद भीड़ ने इकट्ठा होकर प्रवीण को घेर लिया और उसके साथ मारपीट की, जिसके कारण प्रवीण की मौत हो गई. वहीं रोहित मौके से मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गया. तभी से निशु उर्फ करण सिंह तथा उसके पिता रतन सिंह को लगता था कि प्रवीण को रोहित ने मरवाया है.
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इससे पहले भी निशु उर्फ कारण व उसके पिता ने रोहित व उसके पिता पर जान से मारने की नीयत से हमला किया और फरार हो गए थे. इसके बाद इकोटेक तीन थाने में गांव के ही रतन सिंह के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. घटना के बाद सुखपाल का ससुर रामकिशोर अपने परिवार को लेकर सुरपुरा गांव छोड़कर बाहर रहने लगा था. घटना के बाद रतन सिंह की गिरफ्तारी के लिए सुखपाल ने दबाव बनवाया और फिर उनको गिरफ्तार करवा कर जेल भेज दिया. जिसके बाद दोनों पक्षों में फैसले की बात होने लगी, जिसमें रतन सिंह ने फैसले के रूप में 5 लाख की मांग की. सुखपाल ने पैसे देने से अपने ससुर से इनकार कर दिया. इसी बात को लेकर रतन सिंह व उसका परिवार सुखपाल से रंजिश मानते थे.
निशु उर्फ कारण व उसके पिता रतन सिंह ने रोहित को रास्ते से हटाने से पहले सुखपाल को मारने की साजिश रची. जिसके बाद उन्होंने डासना जेल में बंद हापुड़ के सिंभावली निवासी शादाब उर्फ सद्दाम की जमानत करवाई. क्योंकि सुखपाल को मारने के लिए निशु को भरोसेमंद दोस्त की जरूरत थी. उसका साथ शादाब ने दिया, जिस कारण शादाब की जमानत रतन सिंह ने कराई. डासना जेल में निशु की साजिद सैफी से दोस्ती हो गई थी. इसके बाद साजिद, निशु और शादाब ने मिलकर सुखपाल की हत्या की साजिश रची और फिर 11 जनवरी को दिनदहाड़े गोलीमारकर सुखपाल की हत्या कर दी.
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