नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण का अभियान लगातार जारी है. शनिवार को प्राधिकरण ने गांव तुस्याना की अधिग्रहित व कब्जा प्राप्त जमीन और बिसरख के डूब क्षेत्र की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को तोड़ दिया. दोनों जगह पर प्राधिकरण की टीम ने करीब 1.60 लाख वर्ग मीटर जमीन मुक्त कराई है. तुस्याना में अतिक्रमण से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए हैं.
दरअसल, ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि आम लोगों को कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर जमीन के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. फिलहाल, प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा कर कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.
प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि गांव तुस्याना के खसरा नंबर 987, 988 और 989 की जमीन प्राधिकरण के द्वारा अधिकृत व कब्जा प्राप्त जमीन है. कॉलोनाइजर्स इस जमीन पर अवैध कॉलोनी काट रहे थे. शनिवार को परियोजना विभाग की टीम प्राधिकरण के सुरक्षा कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची और अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर के माध्यम से ढाह दिया. टीम द्वारा करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है.
इसी तरह, बिसरख के डूब क्षेत्र में खसरा नंबर एक, दो और तीन की लगभग 1.10 लाख वर्ग मीटर जमीन को प्राधिकार ने अपने कब्जे में लिया है. यह प्राधिकरण की अधिग्रहित व कब्जा प्राप्त जमीन है. प्राधिकरण के ओएसडी ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने वालों को बक्सा नहीं जाएगा. उन्होंने परियोजना विभाग के वर्क सर्किल प्रभारियों को अपने एरिया में जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने कहा कि अगर आम लोग किसी कॉलोनाइजर से अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदा है तो रजिस्ट्री का प्रपत्र लेकर पुलिस से शिकायत करें. इसके साथ ही एक कॉपी प्राधिकरण को भी उपलब्ध कराएं, ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके.