बागेश्वर: अष्टमी के दिन बाबा बागनाथ की नगरी में दीपोत्सव के साथ मां सरयू की भव्य आरती की गई. भारी संख्या में भक्तों ने सरयू आरती में भाग लिया. सरयू किनारे जले दीपों से बाबा बागनाथ की नगरी जगमगा गई. लोगों ने आतिशबाजी का भी जमकर लुत्फ उठाया. भक्तों ने सरयू के दोनों तटों पर 11 हजार दीप जलाकर भव्य दीपदान किया. दीपों की टिमटिमाती रोशनी में पूरा नगर रोशन हो गया. नदी के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ दीपोत्सव को देखने के लिए उमड़ी. रंग बिरंगी रोशनी के साथ सरयू के तट पर महाआरती हुई, जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.
बागेश्वर में हर वर्ष अष्टमी की शाम गंगा आरती, दीपदान और आतिशबाजी का आयोजन किया जाता रहा है. आरती के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने गंगा आरती में भाग लिया. इस मौके पर विधायक बागेश्वर पार्वती दास ने महाआरती का शुभारंभ किया. दुर्गा पूजा में बनाए गए पंडालों में भक्तों ने मां भगवती की आरती की. महोत्सव के आयोजकों का कहना है कि गंगा आरती के बाद दीपदान का हर साल आयोजन किया जाता है.
उन्होंने कहा कि दीपक जलाने से जहां एक तरफ अंधेरा दूर होता है, वहीं दीपक हमें अपने भीतर छिपे अंधकार रूपी बुराई को भी खत्म करने की सीख देता है और अच्छाई रूपी रोशनी ग्रहण करने का संदेश देता है. लगातार इस आयोजन को और अधिक भव्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. हर साल इसे और अधिक भव्य रूप दिया जाएगा. इस दौरान आसमान में हो रही आतिशबाजी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा. लोगों ने दीपदान के साथ-साथ आतिशबाजी का भी जमकर लुत्फ उठाया.
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