भोपाल। मप्र में इस समय गेंहू की खरीदी की जा रही है. खरीदी केंद्रों पर गेंहू से भरी ट्रालियों की लाइन लगी हुई है. इधर मप्र में हो रही बरसात के कारण किसानों को उनका गेंहू भींगने का डर सता रहा है. लेकिन सरकार इसे बचाने के लिए अब अलर्ट मोड पर आ गई है. गेंहू को खरीदी केंद्रों से वेयरहाउस पहुंचाने के लिए परिवहन क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. जिससे गेंहू को भींगने से बचाया जा सके.
बढ़ाई जा रही 30 प्रतिशत ट्रकों की संख्या
वर्तमान में तुलाई के बाद गेंहू खरीदी केंद्र पर कई दिनों तक पड़ा रहता था. यहां से वेयरहाउस तक गेंहू पहुंचाने में काफी समय लग रहा था. जिससे यहां अनाज का ढेर लग गया है. अब संचालनालय के निर्देश पर परिवहन क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि गेंहू को सुरक्षित वेयरहाउस तक पहुंचाने के लिए 30 प्रतिशत ट्रकों की संख्या बढ़ाई जा रही है. जिससे तुलाई केंद्रों पर अनाज अधिक इकट्ठा न हो और किसानों का गेहूं समय पर तुलाई करवाकर संरक्षित किया जा सके.
खरीदी केंद्रों से एक दिन में उठाया जाएगा गेंहू
खरीदी केंद्रों पर अनाज का ढेर लग जाने से समय पर किसानों के गेहूं का तुलाई नहीं हो पा रहा था. इससे तुलई केंद्र पर किसानों को इस बरसात से गेहूं भीगने का डर सता रहा था. मौसम को देखते हुए खाद्य नगारिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय ने सभी जिलों के फूड कंट्रोलर स्तर के अधिकारी और आयुक्त मंडी बोर्ड को निर्देश दिए हैं, कि किसी भी हालत में खरीदी केंद्रों पर गेंहू गीला नहीं होना चाहिए. इसके लिए जरुरी है कि प्रतिदिन खरीदी के बाद गेंहू को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए. इसमें यदि किसी प्रकार की लापरवाही होती है, तो संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए, लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करें.
खुले में रखे गेंहू के उपर तिरपाल लगाएं
अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जिस दिन किसान को उपार्जन केंद्र पर बुलाएं, उसी दिन खरीदी करें. यदि गेंहू जलभराव वाले स्थान पर पड़ा है, तो बारदानों में इन्हें भरकर उंचे स्थानों पर पहुंचाएं. यहां तिरपाल से ढंका जाए, जिससे अनाज की बर्बादी न हो.
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खरीदी केंद्रों पर होंगें उचित इंतजाम
अपर संचालक मप्र खाद्य नगारिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय, एचएस परमार ने बताया कि "मप्र में अभी गेंहू की खरीदी हो रही है. इधर मौसम खराब होने से बाहर रखे गेंहू के भींगने की संभावना बढ़ गई है. इससे बचने के लिए खरीदी केंद्र से वेयरहाउस तक गेंहू पहुंचाने के लिए परिवहन क्षमता बढ़ाई जा रही है. वहीं खरीदी केंद्रों पर भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं."