जयपुर. सियासत में अपना मतलब पूरा करने के लिए रिश्ते बनते और बिगड़ते रहते हैं. अब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भजनलाल सरकार से इस्तीफा दे चुके डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को अपना साढू (रिश्तेदार) बताकर सबको चौंका दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि उनका और किरोड़ीलाल मीणा का एक ही मकसद है. दिल्ली से आई पर्ची से बनी सरकार को बदलना.
दरअसल, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा रविवार को बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ में किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, डॉ. किरोड़ीलाल मीणा कल से गोविंद डोटासरा के साढू हो गए हैं. गोलमा देवी (किरोड़ीलाल मीना की पत्नी) और सुनीता डोटासरा (गोविंद डोटासरा की पत्नी) को बहन बना दिया. उन्होंने कहा, वे किरोड़ीलाल मीणा के साढू इसलिए बने हैं क्योंकि किरोड़ीलाल मीना भी यह चाहते हैं कि दिल्ली से आई पर्ची से बनी इस सरकार की पर्ची बदलनी चाहिए. और वे खुद (डोटासरा) भी यह चाहते हैं कि किसान के काम नहीं करने वाली, दलित-पिछड़ों पर अपराध नहीं रोक पाने वाली, नौजवानों को नौकरी नहीं देने वाली 'पर्ची सरकार' की पर्ची बदलनी चाहिए. दोनों का मकसद एक ही है. इसलिए वे रिश्ते में भी साढू हुए.
किरोड़ी ने खोला हुआ है मोर्चा : प्रदेश की भाजपा सरकार से इस्तीफा देने के बाद से ही डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. वे पिछले दिनों में कई मंचों से अपनी पीड़ा सार्वजनिक तौर पर भी जाहिर कर चुके हैं. उन्होंने रविवार को भी गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात कर DoIT में भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों की शिकायत की थी और अधिकारियों पर ठेकेदारों से मिलीभगत कर गड़बड़ियों के आरोप लगाए थे.
इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं, संशय बरकरार : डॉ. किरोड़ीलाल के इस्तीफे को लेकर सरकार ने अब तक अपना रुख साफ नहीं किया है. उनका इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं हुआ. इसे लेकर भी सरकार की ओर से अभी तक साफतौर पर कुछ नहीं कहा गया है. इसे लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है. विधानसभा के भीतर और बाहर कांग्रेस नेता लगातार यह मांग कर रहे हैं कि किरोड़ीलाल मीना के इस्तीफे पर सरकार को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए.