ETV Bharat / state

गया में आयुर्वेद महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल, कहा- 'देश की आयुर्वेद चिकित्सा को अपना रहा पूरा विश्व'

मंगलवार को गया में आयुर्वेद महाविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया गया. मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आयुर्वेद चिकित्सा के महत्व को समझाया. साथ ही अपने बचपन के दिनों को भी याद किया. पढ़ें पूरी खबर.

Governor
Governor
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 29, 2024, 8:44 PM IST

गया : बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर गया पहुंचे. गया के करजरा में स्थित आयुर्वेद महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. इस महाविद्यालय के 65 पास आउट छात्रों को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सर्टिफिकेट का वितरण किया. वहीं, इस मौके पर अपने संबोधन में बिहार के राज्यपाल ने कहा कि आज हमारे देश की आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को पूरा विश्व अपना रहा है, यह सौभाग्य की बात है.

दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल : गया के करजरा में स्थित स्वामी राघवेन्द्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में सोमवार को बीएएमएस (स्नातक) के पास आउट छात्रों का दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर थे. आयोजकों द्वारा राज्यपाल का स्वागत भगवान धन्वंतरि की मूर्ति देकर किया गया. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने दीक्षांत समारोह में 65 पास आउट छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किया.

राज्यपाल को मोमेंटो देकर किया गया सम्मानित.
राज्यपाल को मोमेंटो देकर किया गया सम्मानित.

भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को विश्व अपना रहा : इस मौके पर बिहार के राज्यपाल ने कहा कि भारत की आयुर्वेदिक पद्धति को पूरी दुनिया अपना रही है. इस दौरान उन्होंने अपने बचपन के दिनों की भी चर्चा की, जब लेमनग्रास समेत अन्य चीजों का सेवन कर ठीक होते थे. उनकी मां इन आयुर्वेदिक चीजों से बीमारियों को ठीक करती थी.

''राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आयुर्वेद और एलोपैथिक के समन्वय पर काम हो रहा है. आयुर्वेद और आयुर्वेदिक चिकित्सा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शामिल किया जाएगा. आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने की जरूरत है.''- राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार

सलामी लेते राज्यपाल.
सलामी लेते राज्यपाल.

40 साल में पहली बार दीक्षांत समारोह : इस आयुर्वेद महाविद्यालय की स्थापना हुए 40 साल हो चुके हैं. किंतु अब तक कोई दीक्षांत समारोह का आयोजन नहीं किया गया था. 40 साल में पहली बार गया के करजरा में स्थित स्वामी राघवेन्द्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ है. वहीं, इस महाविद्यालय में पहली बार हो रहे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के शामिल होने से आयुर्वेद महाविद्यालय में काफी उत्साह का वातावरण बना रहा. इस मौके पर कालेज के सचिव वेंकटेश प्रपन्नाचार्य, कैलाश डालमिया आदि मौजूद थे.

दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल
दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल

ये भी पढ़ें :-

मुंगेर विश्विद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल, 70 गोल्ड मेडलिस्ट को पदक देकर किया सम्मानित

Draupadi Murmu Bihar Visit: ' छात्राओं का प्रदर्शन बेहतर..' दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने टॉपर्स को किया सम्मानित

गया : बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर गया पहुंचे. गया के करजरा में स्थित आयुर्वेद महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. इस महाविद्यालय के 65 पास आउट छात्रों को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सर्टिफिकेट का वितरण किया. वहीं, इस मौके पर अपने संबोधन में बिहार के राज्यपाल ने कहा कि आज हमारे देश की आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को पूरा विश्व अपना रहा है, यह सौभाग्य की बात है.

दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल : गया के करजरा में स्थित स्वामी राघवेन्द्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में सोमवार को बीएएमएस (स्नातक) के पास आउट छात्रों का दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर थे. आयोजकों द्वारा राज्यपाल का स्वागत भगवान धन्वंतरि की मूर्ति देकर किया गया. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने दीक्षांत समारोह में 65 पास आउट छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किया.

राज्यपाल को मोमेंटो देकर किया गया सम्मानित.
राज्यपाल को मोमेंटो देकर किया गया सम्मानित.

भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को विश्व अपना रहा : इस मौके पर बिहार के राज्यपाल ने कहा कि भारत की आयुर्वेदिक पद्धति को पूरी दुनिया अपना रही है. इस दौरान उन्होंने अपने बचपन के दिनों की भी चर्चा की, जब लेमनग्रास समेत अन्य चीजों का सेवन कर ठीक होते थे. उनकी मां इन आयुर्वेदिक चीजों से बीमारियों को ठीक करती थी.

''राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आयुर्वेद और एलोपैथिक के समन्वय पर काम हो रहा है. आयुर्वेद और आयुर्वेदिक चिकित्सा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शामिल किया जाएगा. आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने की जरूरत है.''- राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार

सलामी लेते राज्यपाल.
सलामी लेते राज्यपाल.

40 साल में पहली बार दीक्षांत समारोह : इस आयुर्वेद महाविद्यालय की स्थापना हुए 40 साल हो चुके हैं. किंतु अब तक कोई दीक्षांत समारोह का आयोजन नहीं किया गया था. 40 साल में पहली बार गया के करजरा में स्थित स्वामी राघवेन्द्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ है. वहीं, इस महाविद्यालय में पहली बार हो रहे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के शामिल होने से आयुर्वेद महाविद्यालय में काफी उत्साह का वातावरण बना रहा. इस मौके पर कालेज के सचिव वेंकटेश प्रपन्नाचार्य, कैलाश डालमिया आदि मौजूद थे.

दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल
दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल

ये भी पढ़ें :-

मुंगेर विश्विद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल, 70 गोल्ड मेडलिस्ट को पदक देकर किया सम्मानित

Draupadi Murmu Bihar Visit: ' छात्राओं का प्रदर्शन बेहतर..' दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने टॉपर्स को किया सम्मानित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.