कानपुर: कृषि और क्राफ्ट ये दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिनसे देश का विकास सम्भव है. जितनी मेहनत एक किसान अपनी फसलों को उगाने के लिए करता है, उतनी ही मेहनत एक हस्तशिल्पकार अपने उत्पादों को तैयार करने में करता है. यहां 18 राज्यों से क्राफ्ट का उत्पाद तैयार करने वाले मौजूद हैं. जब आप इनके उत्पादों को देखेंगे, उनकी विशेषताएं जानेंगे तो मेरा दावा है कि उनकी प्रशंसा जरूर करेंगे. शनिवार को ये बातें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहीं. वे शहर के लाजपत भवन में आयोजित प्रदर्शनी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई थीं. उन्होंने कहा कि कानपुर एक औद्योगिक शहर हैं. यहां के लोगों को इस प्रदर्शनी के उत्पादों को देखना चाहिए. वहीं, राज्यपाल के आगमन पर मेयर प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीएम विशाख जी, सीएसजेएमयू के वीसी प्रो. विनय पाठक आदि मौजूद रहे.
कच्छ में आया था भूकंप तो राज्यपाल ने की थी मदद: सीएसजेएमयू के वीसी प्रो. विनय पाठक ने बताया कि प्रदर्शनी में जो हस्तशिल्पकार आए हैं, उनका हुनर देखने वाला है. एक दौर ऐसा भी था, ज़ब कच्छ में भूकंप आया था, तब इन क्राफ्ट्स मैन को बहुत अधिक संघर्ष करना पड़ा था. तब सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व उनकी बेटी अनार बेन पटेल ने वहां जाकर इनकी बहुत सहायता की थी. इसके बाद सभी को एक धागे में संस्था के माध्यम से पिरोया और फिर अब इनके उत्पादों को पूरे विश्व में पसंद किया जा रहा है.
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