पटना: राजद के एमएलसी रहे रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कुछ समय पहले सार्वजनिक रूप से सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को शराबी बताया था. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव खुद खराब पीते हैं. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में जब पूर्ण मद्यनिषेध कानून लागू है, तब पिछली सरकार के समय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर शराब पीने का आरोप लगा था. उन्होंने राज्य सरकार से इसकी विस्तृत जांच कराने की मांग की.
आरोप लगाये हैं तो प्रमाण भी होगाः सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पद पर रहते उनकी ही पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह ने यदि आरोप लगाये, तो उनके पास कुछ प्रमाण भी होंगे. उन्होंने कहा कि किसी की विधान परिषद सदस्यता समाप्त या बहाल करना सभापति का विशेषाधिकार है, लेकिन शराबबंदी कानून तोड़ने के आरोप की जांच तो सरकार करा ही सकती है. बता दें कि शराब पीने, रखने या उसका व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून 2016 से लागू है.
"सरकार में शामिल होने के नाते तेजस्वी यादव पर शराबबंदी कानून लागू कराने की जिम्मेदारी थी, जबकि उन पर ही कानून तोड़ने के आरोप लगना कोई सामान्य बात नहीं है. कानून तोड़ने पर जब सामान्य नागरिक को दंडित किया जाता है, तब तेजस्वी यादव के दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, भाजपा
कौन हैं रामबली सिंहः रामबली सिंह चंद्रवंशी राजद के एमएलसी थे. मंगलवार 6 फरवरी को बिहार विधान परिषद से अयोग्य घोषित कर दिया गया. जाति आधारित गणना को लेकर लालू यादव और नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दिया था. कहा था कि तीन जातियों को अतिपिछड़ा वर्ग में घुसा दिया गया है. उन्होंने कहा था कि जब वह इस मुद्दे को लेकर लालू यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर बात करें. रामबली सिंह ने कहा था कि अतिपिछड़ों का हक भाजपा नहीं, बल्कि लालू यादव और नीतीश कुमार मार रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंः शराब की पोल-खोल: सम्राट चौधरी बोले- नीतीश जांच करवाएं कौन-कौन पीता है शराब
इसे भी पढ़ेंः 'बिहार में भगवान की तरह है शराब, दिखता नहीं है लेकिन मिलता है' : RJD MLC रामबली चंद्रवंशी