गोरखपुर : अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट के शुरू होने के साथ ही स्पाइसजेट ने मुंबई और दिल्ली के लिए गोरखपुर से होने वाली अपने उड़ानों को रद्द करते हुए, उसे अयोध्या शिफ्ट कर दिया था. इसके बाद गोरखपुर शहर से इन दो शहरों के लिए एयर इंडिया और इंडिगो के विमान की उड़ानें हो रहीं हैं. अब गोरखपुरवासियों और आसपास के उन यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है जो मुंबई और दिल्ली आते-जाते रहते हैं. उनके लिए अकासा एयरलाइंस बहुत जल्द अपनी सुविधा को यहां शुरू करने जा रहा है.
उड़ानें और प्रबंधन से जुड़ी हुई टीम 7 मार्च को गोरखपुर एयरपोर्ट पर निरीक्षण और निदेशक से मुलाकात करने के लिए पहुंच रही है. इसके बाद उड़ान को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा होगी. माना जा रहा है कि मार्च के आखिरी तक यानी की गर्मी की शुरुआत होते ही इन दोनों शहरों के लिए अकासा अपनी उड़ानें शुरू कर देगी.
इसके साथ यह भी लगभग स्पष्ट हो चुका है कि स्पाइसजेट अब गोरखपुर से अपनी उड़ानों को फिलहाल शुरू करने वाला नहीं है. वह अयोध्या शिफ्ट हो चुका है. यह जानकारी गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने दिया है. उन्होंने कहा कि यही नहीं आने वाले एक से डेढ़ वर्षो में गोरखपुर के नए एयरपोर्ट भवन और टर्मिनल का, 42 एकड़ में होने वाला निर्माण इसे उड्डयन के क्षेत्र में बड़ी पहचान दिलाएगा.
मौजूदा समय में गोरखपुर एयरपोर्ट से कुल आठ उड़ानें गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु के लिए हो रहीं हैं. पहले 11 उड़ानें होती थीं. इस एयरपोर्ट पर लगातार यात्रियों की आमद बढ़ रही है. गोरखपुर के आसपास के अलावा बिहार के पड़ोसी जिले गोपालगंज, छपरा, सिवान तक के यात्री भी इसी एयरपोर्ट पर निर्भर हैं.
वे यहां से दिल्ली, कोलकाता और मुंबई की यात्रा करते हुए, गल्फ कंट्री और दुनिया के अन्य देशों को भी रवाना होते हैं. पिछले चार वर्षों के आंकड़े की बात करें तो 2020 में आने जाने वाले यात्रियों की संख्या कुल 4 लाख 91 हजार 896 थी. इसके लिए कुल 4538 विमान का आवागमन हुआ था.
इसी प्रकार वर्ष 2021 में कुल 6 लाख 23 हजार 130 यात्रियों का आना-जाना हुआ. इसके लिए यात्रियों ने 6760 विमानों का उपयोग किया. वर्ष 2022 में कुल 67 हजार 579 यात्रियों ने इस एयरपोर्ट की सुविधा ली. जिसके लिए उन्होंने 6680 फ्लाइट से यात्राएं कीं. इसी प्रकार वर्ष 2023 दिसंबर माह तक कुल 7 लाख 13 हजार 975 यात्रियों ने सफर किया और इस दौरान कुल 5860 उड़ानें यहां से हुईं.
एयरपोर्ट निदेशक द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने जब यहां का चार्ज लिया था तो एयरपोर्ट पर कुल वर्ष 2007 में 30 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था थी. धीरे-धीरे इसका विस्तार हुआ और आज यह संख्या करीब 500 के करीब पहुंच गई है. 42 एकड़ क्षेत्रफल में करीब 800 करोड़ रुपये से जो नया एयरपोर्ट बनने जा रहा है.
इसके लिए एयरफोर्स अपनी जमीन प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को सौंप चुका है. उसके निर्माण होते ही 50 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में बनने वाले एयरपोर्ट में 5000 से अधिक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी. करीब 10 विमान यहां लैंड कर सकेंगे और भविष्य में कार्गो विमान भी उतर सकें, इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
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