जोधपुर: उत्तर पश्चिम रेलवे ने फुलेरा-जोधपुर रेल मार्ग पर पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेन सफलतापूर्वक दौड़ाकर बड़ी सफलता हासिल की है. इसके साथ ही फुलेरा-राइका बाग रेल मार्ग के बीच इलेक्ट्रिक ट्रैक पर मालगाड़ियों का संचालन प्रारंभ हो गया है. अब जोधपुर से जयपुर होते हुए राजधानी दिल्ली तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का मार्ग प्रशस्त हो गया. फुलेरा जयपुर के बीच पहले से ही इलेक्ट्रिक गाड़ियां चल रही हैं.
जोधपुर मंडल के डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मंडल ने पिछले दो वर्षों से निरंतर काम करके यह बड़ी सफलता हासिल की है, जिससे अब इलेक्ट्रिक ट्रैक पर तेज गति से ट्रेने चल सकेंगी. इससे समय की बचत तो होगी ही, रेलवे की डीजल पर निर्भरता भी कम हो जाएगी. जोधपुर मंडल के मकराना-फुलेरा रेल मार्ग के विद्युतीकरण के बाद शुक्रवार को पहली बार इलेक्ट्रिक गुड्स ट्रेन का भगत की कोठी तक सफलतापूर्वक संचालन किया गया.
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उन्होंने बताया कि यह गुड्स ट्रेन 38 वैगन की 1250 टन वजनी थी. इसे फुलेरा से भगत की कोठी स्टेशनों के बीच इलेक्ट्रिक ट्रैक पर चलाया गया. अब जोधपुर-बीकानेर-रतनगढ़ स्टेशनों से फुलेरा के रास्ते जयपुर तक यात्री इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन जल्द प्रारंभ होने की उम्मीद है. इससे पहले गुरुवार रात्रि में फुलेरा से डेगाना रेलवे स्टेशनों के बीच इलेक्ट्रिक लोको से सफल ट्रायल रन लिया गया था.
जोधपुर मंडल पर संपूर्ण विद्युतीकरण: डीआरएम ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल पर विद्युतीकरण कार्य पूरा करवा लिया गया है. इसमें से जोधपुर-मारवाड़ जंक्शन और जोधपुर-बीकानेर,लूनी- भीलड़ी और रतनगढ़ रेल मार्गों पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन प्रारंभ किया जा चुका है. जोधपुर मंडल पर 1626 में से अब थैयात हमीरा से सानू रेलवे स्टेशनों के बीच सिर्फ 58 किमी मार्ग का विद्युतीकरण शेष है, जिसका कार्य तेजी से चल रहा है.