नूंह: बागवानी विभाग की तरफ से डीआरडीए नूंह प्रांगण में पहली बार किसान मेला का आयोजन किया गया. मेले में फूल, सब्जी, फसलों तथा कृषि यंत्र की प्रदर्शनी भी लगायी गयी. मेले का उद्घाटन नूंह जिले के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने किया. मेले में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया.
जल्द होगी कृषि विज्ञान केन्द्र की शुरुआत: नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि "नूंह जिले में फिरोजपुर झिरका, नगीना खंड में प्याज की खेती होती है. इसके साथ-साथ राजस्थान के पड़ोसी जिले अलवर में भी प्याज की खेती होती है. इसलिए नूंह जिले में एक बड़ी प्याज मंडी बनाने की योजना पर काम चल रहा है". डीसी ने बताया कि छपेड़ा में कृषि विज्ञान केंद्र 10 एकड़ भूमि में बनकर जल्दी तैयार होने वाला है. इसमें एक एग्रीकल्चर कॉलेज भी खोलने पर विचार किया जा रहा है. इसके अलावा किसानों के लिए कई परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है. आगामी 7 मार्च को मुख्यमंत्री मनोहर लाल मिकाड़ा योजना के अंतर्गत बहुत सारे बांधो में बरसाती पानी रोकने के लिए कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं ताकि बरसात के पानी को बांधों में इकट्ठा किया जा सके और उस पानी से सिंचाई की जा सके. डीसी ने इस बात की जानकारी दी कि जिले के छोटे किसानों को छोटे कृषि यंत्र मुफ्त में देने की योजना पर भी काम किया जा रहा है.
किसानों की मांग: मेला में आए किसानों ने कहा कि नूंह जिले में सिंचाई के पानी की पहले ही कमी है और जो नहरों में पानी आ रहा है, वह बेहद दूषित है. दूषित पानी से जमीन खराब हो रही है. लिहाजा सरकार को इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है ताकि यहां का किसान खुशहाल जीवन जी सके.
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