कोरिया : कोरिया जिले में फुटबॉल प्रेमियों के लिए बुधवार का दिन काफी खास रहा.क्योंकि बुधवार को 48वें ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट गोल्ड कप का समापन हुआ.जिसमें पठानकोट की टीम ने पेनाल्टी शूटआउट में कश्मीर को 5-3 से हरा दिया. 45-45 मिनट के निर्धारित समय के खेल में दोनों ही टीमें गोल करने में नाकामयाब रही.ऐसा नहीं है कि दोनों टीमों को गोल के अवसर नहीं मिले हो.दोनों ही टीमों को बराबर गोल के मौके मिले.लेकिन खिलाड़ी मौकों को गोल में तब्दील करने में सफल नहीं हो सके.
10 हजार से ज्यादा दर्शकों के बीच हुआ फाइनल : चरचा महाजन स्टेडियम में बुधवार का फाइनल मैच देखने के लिए 10 हजार से ज्यादा दर्शकों की भीड़ पहुंची थी. दोपहर साढ़े तीन बजे मैच की शुरुआत हुई.जिसमें शुरुआत से ही कश्मीर ने पठानकोट पर दवाव बनाए रखा. पठानकोट को गोल करने के कई अवसर मिले पर टीम लगातार चूकती रही.मैच समाप्त होने तक दोनों ही टीमें गोल करने में असफल रहीं. दोनों टीमें 0-0 की बराबरी पर रहीं.
पेनल्टी शूटआउट में फैसला : मुख्य निर्णायक ने पेनल्टी शूटआउट करने का निर्णय लिया. पेनल्टी शूटआउट में पहला गोल करने का मौका कश्मीर टीम को मिला. जिसमें टीम ने 3 गोल किए. वहीं पठानकोट ने 5 गोल करने के बाद मैच जीत लिया. मैच के दौरान कश्मीर टीम को कार्नर मारने के कई मौके मिले थे.लेकिन गेंद गोल पोस्ट को नहीं दाग सकी.फाइनल मैच के मुख्य निर्णायक आशीष तिवारी, सांतन अग्रवाल, पप्पू कुमार, विशाल प्रजापति, मैच कमिश्नर अनिल कचेर रहे. एसईसीएल श्रमिक संघ पदाधिकारियों ने विजेता टीम को हजार-हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया.
विजेता टीम को मिला एक लाख नकद : गोल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट के समापन समारोह में मुख्य अतिथि विधायक भइया लाल राजवाड़े थे. वहीं विशिष्ट अतिथि कोरिया कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, एसपी त्रिलोक बंसल, महाप्रबंधक बीएन झा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी थे. कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत सैला नृत्य से हुआ. मैच के बाद विजेता टीम पठानकोट के खिलाड़ियों को 1 लाख रुपए नकद पुरस्कार और गोल्ड कप ट्रॉफी से सम्मानित किया गया. वहीं उपविजेता को 50 हजार नकद पुरस्कार और ट्रॉफी से सम्मानित किया. मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार पठानकोट के गोलकीपर को मिला. मैन ऑफ द सीरीज पठानकोट और मैन ऑफ द रनर्स कश्मीर टीम को मुख्य अतिथि के हाथों मिला.