रायपुर : छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है. इसलिए छत्तीसगढ़ की माटी से राम का गहरा नाता है. छत्तीसगढ़ में रामनवमी का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया. प्रदेश के राम मंदिरों में प्रभु का दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. दुर्ग जिले में भी राममंदिर में भक्तों ने अपने आराध्य के दर्शन किए. दुर्ग के चंडी मठपारा रघुनाथ मंदिर में भी विशेष तैयारी की गई .इस मंदिर की वास्तुकला में मुगल शैली की झलक देखने को मिलती है. मंदिर परिसर में श्रीराम के अलावा और भी कई देवी- देवताओं के मंदिर हैं.
दुर्ग के रघुनाथ मंदिर में भजन का आयोजन : ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर परिसर में करोड़ देवता के दर्शन होते हैं. जो किसी दूसरे मंदिर में मिल पाना मुश्किल है.भक्तों के मुताबिक दो दिन पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी.मंदिर में हर साल रामनवमी धूमधाम से मनाते हैं. भक्तों के मुताबिक 500 साल का इंतजार इस साल खत्म हुआ है.अयोध्या में रामलला विराजित हो चुके हैं. बात करें चंडी मंदिर की तो यहां पूजा अर्चना सुबह से ही की जा रही है.
कोरबा के सर्वमंगला मंदिर में भी पूजा अर्चना : रामनवमी के दिन कोरबा की मां सर्वमंगला मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. सुबह 4 बजे से लेकर दोपहर की तेज धूप में भी भक्त कतार लगाकर दर्शन के लिए खड़े रहे. मां सर्वमंगला का मंदिर कोरबा के हृदयस्थल में स्थित है. यहां आस-पास के जिलों से भक्त बड़ी तादाद में आते हैं. मां सर्वमंगला को मनोकामना पूर्ण करने के लिए जाना जाता है. इस वर्ष यहां लगभग 10000 मनोकामना दीप भी प्रज्वलित किए गए हैं.
दूर-दूर से आते हैं माता के भक्त : कुसमुंडा क्षेत्र से मंदिर पहुंची श्रद्धालु मानसी ने बताया कि मां सर्वमंगला का मंदिर मनोकामना पूर्ति के लिए जाना जाता है. सच्चे दिल से यहां जो भी मनोकामना मांगता है. मां उसकी मनोकामना पूर्ण करती है. यहां आकर हमें सुकून मिलता है. वहीं मंदिर के पुजारी नमन पाण्डेय ने बताया कि रामनवमी के दिन मंदिर में कन्या भोज का आयोजन किया जाता है. इसके बाद ब्राह्मण भोज भी कराया जाएगा.
मनेंद्रगढ़ राममंदिर में बाल राम के दर्शन : रामनवमी के अवसर पर मनेंद्रगढ़ में भी राममंदिर में विशेष पूजा पाठ हुआ. राम मंदिर के महंत पंडित ओम नारायण द्विवेदी ने भगवान के बाल रूप का अभिषेक कर पूजन किया. सुबह मंदिर के पट खुलते ही सभी ने भगवान की नयनाभिराम झांकी के दर्शन किए. इसके अलावे चैत्र नवरात्र के नौवें दिन श्रद्धालुओं ने मां सिद्धिदात्री की भक्तिभाव से पूजा अर्चना की. इस दौरान जिले में कई स्थानों में भव्य मेले का भी आयोजन किया गया.