बेगूसराय: देश भर में सीएए ( Citizenship Amendment Act 2019)लागू होने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान को लेकर घमासान मचा हुआ है वही. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इन नेताओं के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जो हिंदू शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं उनको पाकिस्तानी कहा जा सकता है.
"ममता बनर्जी, ओवैसी और केजरीवाल के पेट दर्द हो रहा है. सब की दवा अलग-अलग है. केजरीवाल कह रहे हैं कि पाकिस्तान के लोगों को नागरिकता दी जा रही है. उनका ये कहना गलत है. ये लोग भारतवंशी है. आप वोट के लालच में इन भारतवंशियों की दुर्दशा को नहीं समझ रहे हैं."- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
शरणार्थी के रूप में आए हैंः गिरिराज सिंह ने सवाल उठाये कि क्या उन हिंदुओं को पाकिस्तानी कहा जा सकता है जो शरणार्थी के रूप में भारत आये हैं. अगर उन्हें भारत में स्थान नहीं मिलेगा तो कहां मिलेगा. अफगानिस्तान से जो सिख आये हैं, उनको भारत में स्थान नहीं मिलेगा तो कहां मिलेगा. गिरिराज सिंह ने कहा कि ओबैसी का दर्द अलग है. ममता बनर्जी और केजरीवाल का दर्द एक है. वोट के लालच में ये लोग भारत की एकता और भारतवंशियों को भी भूल गए हैं. लेकिन, जिस देश का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो कोई भारतवंशी असुरक्षित महसूस नहीं करेगा.
पीएम मोदी ने वादा पूरा कियाः गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी को घेरते हुए कहा कि उनके राज्य में मतुआ समाज निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं. उन्हें कोई सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है. क्या ममता बनर्जी ने उसके लिए कोई आवाज उठायी. पश्चिम बंगाल में मतुआ एक करोड़ नहीं बल्कि पांच करोड़ है. अगर वह निर्वाचित जीवन व्यतीत करते हैं तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वादा किया था वो पूरा किया. गिरिराज सिंह ने बिहार में सीट शेयरिंग के मामले में कहा कि बिहार में एनडीए में कोई चिंता की बात नहीं है.
क्या है सीएए और कब हुआ लागूः भारत में 12 मार्च 2024 को नागरिकता संशोधन कानून लागू हो गया. सीएए से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता मिलना आसान हो जाएगा. पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के ऐसे लोगों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी, जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आकर बस गए थे.
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