नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद कोर्ट परिसर में मंगलवार को हंगामे की घटना सामने आई, जिसमें वकील नाहर सिंह सहित 40- 50 अज्ञात वकीलों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. यह मामला तब सामने आया जब कोर्ट रूम में एक बहस के दौरान माहौल उग्र हो गया और वकीलों ने कुर्सियां और अन्य चीजें फेंककर तोड़फोड़ की. पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा.Delhi: गाजियाबाद जिला कोर्ट में वकीलों पर लाठीचार्ज, पुलिस ने जज को सुरक्षित बाहर निकाला
सुबह लगभग 11:15 बजे बहस के दौरान कोर्ट परिसर में टकराव हुआ. यह टकराव इतना बढ़ गया कि आरोप है कि कुछ वकीलों ने अदालत परिसर की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. जिला जज के कोर्ट रूम में मौजूद फर्नीचर और अन्य वस्तुओं को फेंका गया, जिससे कोर्ट परिसर में अफरा तरफरी जैसी स्थिति पैदा हो गई.
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आरोपियों के खिलाफ एफआईआर: पुलिस ने वकील नाहर सिंह, अभिषेक यादव और दिनेश यादव के साथ 40-50 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने न्यायालय परिसर में तोड़फोड़ और हिंसा की. इस दौरान कोर्ट की पुलिस चौकी में भी आगजनी की गई और परिसर में लगे CCTV कैमरों और अन्य सुरक्षा उपकरणों को क्षतिग्रस्त किया गया. इन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं.
पुलिस की प्रतिक्रिया: पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही, कोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके.
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