सिरमौर: हिमाचल के बाजारों में इन दिनों बाहरी राज्यों के लहसुन का कब्जा हो गया है. हालांकि बाहरी राज्यों से यहां पहुंच रहे लहसुन की सप्लाई काफी कम है, लेकिन बाजार में इसकी डिमांड काफी अधिक बढ़ गई है, जिसमें चलते इसके दामों में भी बड़ा उछाल देखा जा सकता है. सिरमौर जिले की ही बात करें तो अकेले नाहन शहर में ही बाहरी राज्यों का यह लहसुन 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. हालांकि अब तक सिरमौर के किसानों को भी इतने अधिक दाम नहीं मिल पाए हैं, जितने वर्तमान में बाहरी राज्यों के लहसुन को मिल रहे हैं. जिला सिरमौर में करीब दो से अढ़ाई महीने पहले ही इस फसल का सीजन खत्म हो गया है. हालांकि सिरमौर में इस बार इसकी बम्पर पैदावार हुई और अकेले जिला सिरमौर में ही करीब साढ़े 800 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है और वह भी तब जब लहसुन 100 से 160 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था.
बता दें कि हिमाचल में सबसे अधिक सिरमौर जिले में ही सबसे अधिक 4100 हैक्टेयर पर लहसुन की पैदावार हो रही है. हिमाचल में अब लहसुन का ऑफ सीजन में चल रहा है और अब जिला सहित पूरा प्रदेश बाहरी राज्यों के लहसुन पर निर्भर है. डिमांड ज्यादा और आपूर्ति कम होने के चलते बाहरी राज्यों का लहसुन उपभोक्ताओं को मुंह मांगे दामों पर मिल रहा है. वहीं, दामों में बढ़ोतरी के चलते सब्जी विक्रेताओं ने भी इस बाहरी राज्यों के लहसुन से दूरी बनाई है. केवल नाहन शहर में परचून की दुकानों पर ही लहसुन देखा जा रहा है.
अंबाला व सहारनपुर मंडियों में ही 250 रुपये किलो: जिला सिरमौर में लहसुन की सप्लाई करने वाले आढ़तियों सहित होल सेलरों की मानें तो इस समय नासिक का नया लहसुन अधिक मात्रा में आ रहा है. दिल्ली की मंडियों से यह सहारनपुर, अंबाला आदि मंडियों तक पहुंचता है. यहीं से यह लहसुन 225 से 250 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. जैसे-जैसे लहसुन की मोटाई बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे दाम भी बढ़ते जाएंगे. वहीं एपीएमसी के अनुसार दाम बढ़ने का एक कारण यह भी है कि यहां फसल का ऑफ सीजन चल रहा है और बाहरी राज्यों की मंडियों से भी कम मात्रा में ही इसकी सप्लाई हो रही है. वहीं स्थानीय आढ़तियों की मानें तो बहुत कम ही लहसुन मंगवा रहे हैं, क्योंकि बाहरी राज्यों के इस लहसुन के दाम काफी अधिक होने के कारण लोग इसे कम ही खरीद रहे हैं.
दाम बढ़ने से लोगों की पहुंच से हुआ बाहर: नाहन निवासी अनिल, संतोष, ममता, सरिता आदि ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लहसुन के दाम काफी अधिक बढ़े हैं. अहम बात यह है कि सब्जी विक्रेताओं के पास तो लहसुन देखने को ही नहीं मिल रहा है. वहीं परचून की दुकानों पर भी यदि कहीं मिल रहा है, तो इसके दाम 400 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं. जहां पहले 100 रुपये में आधा किलो लहसुन मिल रहा था, वहीं वह अब वर्तमान में लहसुन की न के बराबर खरीददारी कर रहे हैं.
डिमांड अधिक और सप्लाई कम होना वजह: कृषि उपनिदेशक: उधर, सिरमौर जिला कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि प्रदेश सहित जिले में लहसुन का ऑफ सीजन चल रहा है. इन दिनों मंडियों में बाहरी राज्यों से लहसुन की सप्लाई हो रही है. डिमांड अधिक और सप्लाई कम होने के कारण इसके दाम बढ़ रहे हैं.
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