हल्द्वानी: शहर का कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. शहर का कूड़ा गौलापार ट्रेंचिंग ग्राउंड में पड़ने के बजाय हाईवे पर पड़ रहा है. जिसके चलते राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को हाईवे से गुजरने पर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है कि कूड़े से उठ रही दुर्गंध से सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.
कुमाऊं का सबसे बड़ा नगर निगम हल्द्वानी है. यहां की आबादी लगभग चार लाख है. आंकड़ों के मुताबिक 150 से अधिक मीट्रिक टन कूड़ा रोजाना शहर से निकलता है. लेकिन नगर निगम द्वारा बेहतर व्यवस्था न होने के कारण यह कूड़ा ट्रेंचिंग ग्राउंड में सही से निस्तारित नहीं हो पा रहा है. यही वजह है कि कूड़े का ढेर बढ़ते-बढ़ते इतना ज्यादा हो गया है कि कूड़ा ग्राउंड से बाहर आ गया है. नगर निगम की गाड़ियां कूड़े को ट्रेंचिंग ग्राउंड के बाहर नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाल रही है.
दूसरी तरफ कूड़े के निस्तारण के लिए जिला प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर पा रहा है. कूड़े से भयंकर दुर्गंध आ रही है. नतीजा यह है कि हाईवे से गुजरने वाले लोग नाक बंद करके गुजर रहे हैं. हाईवे पर पड़ा कूड़ा बीमारी का कारण बन रहा है. कूड़े से निकलने वाली दुर्गंध दूर-दूर तक फैल रही है. इससे आसपास के रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े से क्षेत्र में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है. सालों से यही समस्या होने के बावजूद भी नगर निगम आज तक इसका स्थाई समाधान नहीं ढूंढ पाया है. हालांकि, मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा का कहना है कि बरसात के समय कूड़ा गीला होने की वजह से कूड़े की गाड़ियां ट्रेंचिंग ग्राउंड के भीतर नहीं जा पाती. इसलिए ऐसे हालात हैं. जिसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा.
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