उत्तरकाशी: बर्फबारी से बंद यमुनोत्री हाईवे खुल गया है. एनएच की टीम ने कड़ी मशक्कत कर यमुनोत्री हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया है. हालांकि, बर्फबारी के बाद पाले के कारण फिसलन बढ़ने से आवाजाही में जोखिम बना हुआ है. इधर, गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप में आवाजाही बहाल हो गई है, लेकिन भैरव घाटी से आगे बर्फबारी के चलते हाईवे अब भी बंद है. इसके अलावा जिले में 7 ग्रामीण मोटरमार्ग भी बंद चल रहे हैं.
यमुनोत्री हाईवे खुली, लेकिन जोखिम बरकरार: बता दें कि बीते दो दिन हुई बारिश और बर्फबारी के चलते गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे समेत कई मोटरमार्ग जगह-जगह बंद हो गए थे. शुक्रवार को मौसम खुलने के साथ बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग की टीमें हाईवे पर यातायात बहाल करने के काम में जुट गई थी. दोपहर तक यमुनोत्री हाईवे के राड़ी टॉप में आवाजाही बहाल की गई. इसके बाद यमुनोत्री हाईवे के ही हनुमान चट्टी, फूलचट्टी और जानकीचट्टी तक यातायात सुचारू कर दिया गया, लेकिन यहां फिसलन बढ़ने से आवाजाही में जोखिम बना हुआ है.
गंगोत्री हाईवे भैरव घाटी से आगे बंद, इन गांवों की आवाजाही ठप: इधर, गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप में बीआरओ की टीम ने जेसीबी और डोजर आदि मशीनों से बर्फ को हटाकर यातायात बहाल करा दिया है, लेकिन हाईवे भैरव घाटी से आगे अब भी बंद है. वहीं, उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग पर चौरंगी खाल और मसूरी-सुवाखोली मोटरमार्ग पर सुवाखोली के पास आवाजाही जोखिम भरी बनी हुई है. बर्फबारी के चलते कुंवा कफनौल, खरसाली हेलीपैड मोटर मार्ग बंद हैं.
नारद चट्टी बनास मोटरमार्ग जुलाई से अब तक नहीं खुला: वहीं, बारिश और बर्फबारी से सड़क क्षतिग्रस्त होने से बड़ेथी-बनचौरा-बद्रीगाड, नारद चट्टी बनास मोटर मार्ग भी बंद चल रहे हैं. इनमें से नारद चट्टी बनास मोटरमार्ग बीते साल 22 जुलाई को सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने से बंद हुआ था. जो कि तब से अब तक नहीं खुल पाया है. विभाग का कहना है कि इसके लिए आंगणन तैयार कर शासन को भेजा गया है. स्वीकृति मिलने के बाद सड़क को खोला जाएगा.
झाला के युवाओं ने एसपी को सौंपा ज्ञापन: हर्षिल घाटी के युवाओं ने पुलिस से बर्फबारी के समय विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है. युवाओं का कहना है कि भटवाड़ी से आगे पर्यटकों को स्थानीय चालकों के वाहनों से ही भेजा जाए. जिससे बर्फ और पाले के समय वाहन दुघर्टनाओं से बचा जा सके. हर्षिल घाटी के झाला गांव के युवक मंगल दल के अभिषेक रौतेला और नरेश सहित प्रभात और दीपिका रौतेला ने एसपी अर्पण यदुवंशी को ज्ञापन सौंपा.
युवाओं का कहना है कि बर्फबारी के बाद सुक्की से गंगोत्री तक पाला गिरने के बाद वाहनों की आवाजाही में खतरा बना रहता है. युवाओं के मुताबिक, बर्फ और पाले में करीब 95 प्रतिशत दुर्घटनाएं पर्यटकों के वाहनों के साथ होती हैं. क्योंकि, उन्हें पहाड़ी इलाकों में बर्फ के बीच वाहन चलाने का अनुभव नहीं होता है. इसलिए भटवाड़ी बैरियर पर पर्यटकों के वाहनों को रोककर वहां से स्थानीय अनुभवी चालकों के वाहनों में ही हर्षिल घाटी में भेजा जाए.
इसके साथ ही मनेरी थाने और भटवाड़ी पुलिस चौकी में भी हर्षिल घाटी एवं बर्फबारी वाले इलाकों की जानकारी पर्यटकों को उपलब्ध करवाई जाए. जिसमें उनकी सुविधा और असुविधा की जानकारी शामिल हो. ताकि, पर्यटक पहले ही अपनी सुरक्षा और सतर्कता के साथ पर्यटन स्थलों में पहुंच सके. वहीं, उत्तरकाशी एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि पुलिस की ओर से बर्फबारी वाले इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बर्फ और पाले के डेंजर जोन पर पुलिस जवान वाहनों को सुरक्षित आवाजाही करवा रहे हैं. पर्यटकों को भी मार्ग की जानकारी दी जा रही है.
ये भी पढ़ें-