देवघर: श्रावणी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए देवघर जिला प्रशासन लगातार अपने स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है. श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर देवघर जिला प्रशासन के साथ-साथ देवघर जिले के आसपास के जिलों के पदाधिकारी भी गंभीर हैं. इस वर्ष देवघर जिला प्रशासन बिहार से बालू मंगवाकर कांवरिया पथ पर बिछा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को कांवरिया पथ पर किसी प्रकार की परेशानी न हो.
देवघर के उपायुक्त विशाल सागर का कहना है कि भागलपुर जिले के सुल्तानगंज का बालू काफी खास होता है, वहां का बालू मुलायम होता है. इसीलिए इस वर्ष जिला प्रशासन ने सुल्तानगंज घाट से बालू मंगवाकर श्रद्धालुओं के पथ पर बिछाने का निर्णय लिया है. यही व्यवस्था बिहार के मुंगेर, भागलपुर और जमुई जिले में भी की जा रही है. क्योंकि ये सभी जिले सुल्तानगंज से आने के दौरान श्रद्धालुओं के रास्ते में पड़ते हैं.
मुंगेर के आयुक्त संजय सिंह का कहना है कि इस वर्ष कांवरिया पथ पर बिछाने से पहले बालू को परिष्कृत कर उसे छान लिया गया है. बालू सड़क से दूर न बहे, इसका विशेष ख्याल रखा गया है. जिला प्रशासन के आदेश के बाद सभी सड़कों पर ट्रैक्टरों से बालू भरने का काम शुरू कर दिया गया है.
भागलपुर के सुल्तानगंज घाट से आने वाले बालू की गुणवत्ता के बारे में देवघर के जिला खनन पदाधिकारी सुभाष रविदास कहते हैं कि गंगा से आने वाले बालू में छोटे-छोटे पत्थर नहीं होते हैं, जबकि झारखंड से आने वाले बालू में पत्थर होते हैं, जो लोगों के पैरों में चुभ सकता है. इसलिए इस बार जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए मुलायम बालू मंगवाने का आदेश दिया है.
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