पटनाः राजधानी पटना के गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर लगातार खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गंगा सोमवार को डेंजर लेवल से 82 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जिससे खतरा और भी बढ़ गया है. हालांकि, राहत वाली बात यह है कि पिछले 12 घंटों से जलस्तर में कोई वृद्धि नहीं हुई है. शनिवार और रविवार को गंगा के पानी में वृद्धि देखी गयी थी. इस चिंताजनक स्थिति के बावजूद, बच्चे उफनती गंगा में खेलते हुए देखे जा रहे हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
बारिश का अलर्ट जारीः पटना के गांधी घाट पर लगे केंद्रीय जल आयोग के मीटर के अनुसार शनिवार से गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही थी. शनिवार को गंगा का जलस्तर 49.26 सेंटीमीटर था जिसके बाद रविवार को 49. 40 सेंटी मीटर तक पहुंच गया. सोमवार को गंगा 49.50 CM पर गंगा का जलस्तर रुका हुआ है. कहा जा रहा है कि लगभग 12 घंटे से गंगा के जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई है. मौसम विभाग की मानें तो अगले 7 दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
सड़क पर बह रहा पानीः पटना के भद्रघाट पर सड़क पर भी पानी आ चुका है. हालांकि, इस सड़क के माध्यम से लोग अभी भी आ जा रहे हैं. सड़क पर गंगा नदी का पानी बह रहा है. सड़क पर बह रहे पानी के बीच आवागमन से हादसे की आशंका बनी रहती है. प्रशासन ने सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किये हैं. लोग, जान हथेली पर लेकर सड़क मार्ग से गुजर रहे हैं. गंगा के जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ कीड़े मकोड़े भी निकल रहे हैं. इसके साथ ही लोगों के बीमार होने की संख्या भी बढ़ रही है.
क्यों बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर: बता दें कि लगातार बारिश होने के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है. वहीं नेपाल से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. कई छोटी-बड़ी नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. अमूमन पहाड़ी और पथरी इलाकों में भारी बारिश होने के बाद हर छोटी बड़ी नदियां अपने खतरे से निशान से ऊपर होने के बाद गंगा में समाहित हो जाती हैं. इसी वजह से बिहार की नदियों का जलस्तर बढ़ने लगता है.
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