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फर्जी तरीके से लोन और क्रेडिट कार्ड बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 15 करोड़ का किया फर्जीवाड़ा - FRAUD ACCUSED ARRESTED

ग्रेटर नोएडा के दादरी पुलिस ने फर्जी क्रेडिट कार्ड और लोन कराने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कई सामान बरामद किया है.

फर्जी तरीके से लोन और क्रेडिट कार्ड बनाने वाले गैंग पकड़ाया
फर्जी तरीके से लोन और क्रेडिट कार्ड बनाने वाले गैंग पकड़ाया (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 16, 2024, 7:18 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के दादरी पुलिस ने फर्जी क्रेडिट कार्ड और लोन कराने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से भारी संख्या में डेबिट-क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड और चेक बुक सहित अन्य सामान और एक टाटा हैरियर कार बरामद की है. इन आरोपियों ने पिछले 2 साल में 15 करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा किया है. इसके चलते इस गिरोह में बंटवारे को लेकर आपस में विवाद हुआ. बंटवारे के विवाद में साथियों ने मिलकर गिरोह के सरगना की हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, दो आरोपी अभी फरार हैं.

दरअसल, दादरी थाना क्षेत्र स्थित हायर कंपनी के पास 7 अक्टूबर को एक शव मिला. जब पुलिस ने इस मामले में शव की जांच शुरू की तो उसकी पहचान अमित कुमार सिंह के रूप में हुई. अमित ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहता था. उसने मैंफर्श फैशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी बनाई. इस कंपनी में उसने अपने कई दोस्तों को जोड़ा और फिर फर्जी तरीके से लोन दिलाकर फर्जीवाड़ा शुरू किया. आपस में काम करने वाले सभी दोस्तों में डेढ़ करोड़ रुपए के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ. इसके बाद उसके चार दोस्तों ने मिलकर अमित कुमार सिंह की हत्या कर दी.

पुलिस ने इस हत्या का खुलासा करते हुए उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. एक हत्या का आरोपी फरार है. हत्या की साजिश में शामिल और फर्जी लोन कराने वाले दो आरोपियों को दादरी पुलिस ने मंगलवार को आरवी नॉर्थलैंड चौराहे के नजदीक सीएनजी पम्प के पास से गिरफ्तार किया है.

हत्या की साजिश और उसके साथ फर्जी लोन के मामले में दो गिरफ्तार: ग्रेटर नोएडा डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि अमित कुमार सिंह की हत्या की साजिश और उसके साथ फर्जी लोन दिलाने के मामले में दादरी पुलिस ने दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान हरियाणा के फरीदाबाद निवासी गोविंद सिंह और बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत इको विलेज वन सोसायटी निवासी विशाल चंद्र सुमन के रूप में हुई है.

दादरी पुलिस ने फर्जी क्रेडिट कार्ड और लोन कराने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कई सामान बरामद किया है. (ETV Bharat)

आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि अमित कुमार सिंह और उनका यह गिरोह आधार कार्ड और रेंट एग्रीमेंट के आधार पर फर्जी तरीके से नाम, पता और मोबाइल नंबर बदलकर फर्जी दस्तावेज बनाते थे. इसके बाद मैंफर्स प्राइवेट लिमिटेड में लोन लेने वाले व्यक्ति को पहले नौकरी देते थे. उसके बाद कंपनी की पे स्लिप के आधार पर बैंक में उसका खाता खुलवाते थे और फिर 6 से 9 महीने तक सैलरी के नाम पर एक मोटी रकम उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करते थे. जिससे उसका सिविल स्कोर बढ़ जाए. हालांकि, उसके खाते में भेजी गई सैलरी के नाम पर रकम को यह आरोपी वापस नकद ले लेते थे.

बैंक लोन की रकम और क्रेडिट कार्ड की रकम से करते थे धोखाधड़ी: उसके बाद उस व्यक्ति का सिविल स्कोर बढ़ाकर पे स्लिप के आधार पर 40 से 50 लाख का लोन और 2 से 3 लाख रुपए की लिमिट का क्रेडिट कार्ड बैंक से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी करते थे. इसके बाद सभी आरोपी लोन लेने वाले व्यक्ति को एक से दो लाख रुपए देकर सब कुछ अपने पास रख लेते थे. उस व्यक्ति के बैंक की सारी डिटेल और दस्तावेज पासबुक, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और उसका मोबाइल नंबर जिसको बैंक में प्रयोग करते थे. आरोपी अपने पास रखते थे. इससे उसके बैंक से लोन की रकम और क्रेडिट कार्ड की रकम को लेकर यह लोग धोखाधड़ी करते थे.

अमित कुमार सिंह की पत्नी भी फर्जीवाड़े में शामिल: डीसीपी ने बताया कि आरोपी अमित कुमार सिंह का 7 अक्टूबर को मर्डर कर दिया गया. जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया तो उन्होंने बताया कि हम और हमारे अन्य साथी रामानंद शर्मा उर्फ रमेश झा, सचिन तंवर उर्फ संदीप, अनुज यादव उर्फ करण, हिमांशु, ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ़ बेलू सभी मृतक अमित कुमार के साथ फर्जी तरीके से लोन दिलाने का काम करते थे. इस लोन में मदद करने के लिए अमित की पत्नी मदद करती थी. उसकी पत्नी कनॉट प्लेस में एचडीएफसी बैंक में अधिकारी के रूप में तैनात थी.

आरोपियों के पास से कई सामान बरामद: दादरी पुलिस ने आरोपियों के पास से 206 डेबिट-क्रेडिट कार्ड अलग-अलग बैंकों के 58 पासबुक, 40 आधार कार्ड, 40 पैन कार्ड, 70 चेकबुक, 35 प्लास्टिक के फोल्डर किट, 6 पेटीएम स्वाइप मशीन, 30 मोबाइल एंड्राइड दो छोटे की पैड मोबाइल विभिन्न कंपनी के व एक टाटा हैरियर कार बरामद की है.

ये भी पढ़ें : डीएचएफएल फर्जीवाड़ा मामले में आरोपी कपिल वधावन की जमानत याचिका पर सीबीआई को हाईकोर्ट का नोटिस

ये भी पढ़ें : नोएडा: करोड़ों के जीएसटी फर्जीवाड़े में शामिल 16 आरोपियों पर लगा गैंगस्टर

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के दादरी पुलिस ने फर्जी क्रेडिट कार्ड और लोन कराने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से भारी संख्या में डेबिट-क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड और चेक बुक सहित अन्य सामान और एक टाटा हैरियर कार बरामद की है. इन आरोपियों ने पिछले 2 साल में 15 करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा किया है. इसके चलते इस गिरोह में बंटवारे को लेकर आपस में विवाद हुआ. बंटवारे के विवाद में साथियों ने मिलकर गिरोह के सरगना की हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, दो आरोपी अभी फरार हैं.

दरअसल, दादरी थाना क्षेत्र स्थित हायर कंपनी के पास 7 अक्टूबर को एक शव मिला. जब पुलिस ने इस मामले में शव की जांच शुरू की तो उसकी पहचान अमित कुमार सिंह के रूप में हुई. अमित ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहता था. उसने मैंफर्श फैशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी बनाई. इस कंपनी में उसने अपने कई दोस्तों को जोड़ा और फिर फर्जी तरीके से लोन दिलाकर फर्जीवाड़ा शुरू किया. आपस में काम करने वाले सभी दोस्तों में डेढ़ करोड़ रुपए के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ. इसके बाद उसके चार दोस्तों ने मिलकर अमित कुमार सिंह की हत्या कर दी.

पुलिस ने इस हत्या का खुलासा करते हुए उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. एक हत्या का आरोपी फरार है. हत्या की साजिश में शामिल और फर्जी लोन कराने वाले दो आरोपियों को दादरी पुलिस ने मंगलवार को आरवी नॉर्थलैंड चौराहे के नजदीक सीएनजी पम्प के पास से गिरफ्तार किया है.

हत्या की साजिश और उसके साथ फर्जी लोन के मामले में दो गिरफ्तार: ग्रेटर नोएडा डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि अमित कुमार सिंह की हत्या की साजिश और उसके साथ फर्जी लोन दिलाने के मामले में दादरी पुलिस ने दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान हरियाणा के फरीदाबाद निवासी गोविंद सिंह और बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत इको विलेज वन सोसायटी निवासी विशाल चंद्र सुमन के रूप में हुई है.

दादरी पुलिस ने फर्जी क्रेडिट कार्ड और लोन कराने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कई सामान बरामद किया है. (ETV Bharat)

आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि अमित कुमार सिंह और उनका यह गिरोह आधार कार्ड और रेंट एग्रीमेंट के आधार पर फर्जी तरीके से नाम, पता और मोबाइल नंबर बदलकर फर्जी दस्तावेज बनाते थे. इसके बाद मैंफर्स प्राइवेट लिमिटेड में लोन लेने वाले व्यक्ति को पहले नौकरी देते थे. उसके बाद कंपनी की पे स्लिप के आधार पर बैंक में उसका खाता खुलवाते थे और फिर 6 से 9 महीने तक सैलरी के नाम पर एक मोटी रकम उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करते थे. जिससे उसका सिविल स्कोर बढ़ जाए. हालांकि, उसके खाते में भेजी गई सैलरी के नाम पर रकम को यह आरोपी वापस नकद ले लेते थे.

बैंक लोन की रकम और क्रेडिट कार्ड की रकम से करते थे धोखाधड़ी: उसके बाद उस व्यक्ति का सिविल स्कोर बढ़ाकर पे स्लिप के आधार पर 40 से 50 लाख का लोन और 2 से 3 लाख रुपए की लिमिट का क्रेडिट कार्ड बैंक से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी करते थे. इसके बाद सभी आरोपी लोन लेने वाले व्यक्ति को एक से दो लाख रुपए देकर सब कुछ अपने पास रख लेते थे. उस व्यक्ति के बैंक की सारी डिटेल और दस्तावेज पासबुक, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और उसका मोबाइल नंबर जिसको बैंक में प्रयोग करते थे. आरोपी अपने पास रखते थे. इससे उसके बैंक से लोन की रकम और क्रेडिट कार्ड की रकम को लेकर यह लोग धोखाधड़ी करते थे.

अमित कुमार सिंह की पत्नी भी फर्जीवाड़े में शामिल: डीसीपी ने बताया कि आरोपी अमित कुमार सिंह का 7 अक्टूबर को मर्डर कर दिया गया. जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया तो उन्होंने बताया कि हम और हमारे अन्य साथी रामानंद शर्मा उर्फ रमेश झा, सचिन तंवर उर्फ संदीप, अनुज यादव उर्फ करण, हिमांशु, ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ़ बेलू सभी मृतक अमित कुमार के साथ फर्जी तरीके से लोन दिलाने का काम करते थे. इस लोन में मदद करने के लिए अमित की पत्नी मदद करती थी. उसकी पत्नी कनॉट प्लेस में एचडीएफसी बैंक में अधिकारी के रूप में तैनात थी.

आरोपियों के पास से कई सामान बरामद: दादरी पुलिस ने आरोपियों के पास से 206 डेबिट-क्रेडिट कार्ड अलग-अलग बैंकों के 58 पासबुक, 40 आधार कार्ड, 40 पैन कार्ड, 70 चेकबुक, 35 प्लास्टिक के फोल्डर किट, 6 पेटीएम स्वाइप मशीन, 30 मोबाइल एंड्राइड दो छोटे की पैड मोबाइल विभिन्न कंपनी के व एक टाटा हैरियर कार बरामद की है.

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