जबलपुर। सभी देवों में भगवान श्री गणेश को प्रथम पूजनीय माना गया है. भगवान श्री गणेश की कृपा प्राप्त करने का सबसे शुभ अवसर गणेश चतुर्थी का पर्व आने ही वाला है. गणेश उत्सव की तैयारियां पूरे देश में जोरों पर हैं. मूर्तिकारो ने मूर्तियां बनाना शुरू कर दिया है लेकिन इस बार महंगाई का असर भगवान श्री गणेश की मूर्ति से लेकर भक्तों में भी दिखाई देगा. एक भाई-बहन के जोड़ी मूर्ति बनाने का काम कर रही है. उनका कहना है कि इस बार मूर्ति में उपयोग होने वाली हर वस्तु बहुत महंगी है. इसके चलते अब घर चलाना भी बेहद मुश्किल हो रहा है.
मूर्तिकारों की जिंदगी बसर बहुत कठिन
जबलपुर के गढ़ा थाना क्षेत्र में रहने भाई-बहन इन दिनों गणेश चतुर्थी की तैयारी में जुटे हुए हैं. दोनों मूर्तियां बनाने का काम रहे हैं. मूर्ति बनाने का काम कर रही 18 वर्षीय श्रद्धा चक्रवर्ती का कहना है "वह 7 साल की थी, तब उसके पिता का निधन हो गया था. इसके बाद मां मूर्ति बनाने का काम करने लगी. मां को अकेला परेशान देखकर भाई-बहन ने सहयोग किया. अब वह अपने भाई के साथ मिलकर मूर्ति बना रही है. श्रद्धा कहती है कि मेरी पढ़ाई के चलते भाई गोलू ने स्कूल छोड़ दिया है. मूर्तियों से जो पैसा मिलता है वह मेरी पढ़ाई और घर के खर्च में लगाते हैं."
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मूर्तियां महंगी होने से ऑर्डर कम मिले हैं
श्रद्धा का सपना नर्स बनना है लेकिन महंगाई आड़े आ रही है. मूर्तिकार गोली चक्रवर्ती का कहना है "पिछले सालों की अपेक्षा इस बार महंगाई बहुत है. लकड़ी, कलर, चाक से लेकर हर चीज बेहद महंगी है. हर वस्तु पर डेढ़ गुना पैसा चुकाना पड़ रहा है, जिस कारण से इस बार मूर्तियां भी महंगी होंगी." गोलू कहते हैं कि सोचना पड़ रहा है कि बहन की पढ़ाई और घर का खर्च कैसे चलाएंगे क्योंकि हर चीज में महंगाई आड़े आ रही है. महंगाई के चलते मूर्ति के ऑर्डर भी कम मिले हैं.