देहरादून: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है. एक तरफ तमाम राजनीतिक पार्टियां दमखम से तैयारियों में जुटी हुई हैं तो दूसरी तरफ राज्य सरकार भी चुनाव को देखते हुए तमाम योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करती नजर आ रही है. इसी क्रम में देहरादून के सिटी पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मौजूद दो मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के सामने ही सीएम पद दावेदारी को लेकर आपस में चुटकी ली. इस दौरान सीएम धामी मंत्रियों का बयान सुन असहज दिखाई दिए. हालांकि, वहां बैठे लोगों ने खूब ठहाके लगाए.
दरअसल, देहरादून के सिटी पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सीएम दावेदारों की एक घटना का जिक्र किया. गणेश जोशी ने कहा, 'जब सीएम धामी दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, उस दौरान तमाम लोग सीएम बनने की लाइन में थे. सभी सीएम बनना चाहते थे. खैर हमारी तो कहानी ही खत्म हो गई है'. इसके बाद मंत्री जोशी पीछे मुड़े और सीएम धामी के समीप बैठे मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से पूछ बैठे, 'तुम्हे भी सीएम बनने की उम्मीद है क्या? मैं तो फौज का सिपाही था. चार बार विधायक बन गया, दो बार मंत्री बन गया. ऐसे में अपनी कहानी तो खत्म है'. उन्होंने आगे कहा, 'उस दौरान एक मुख्यमंत्री के दावेदार का सहयोगी उनके साथ बैठा हुआ था. वो सहयोगी कहने लगा कि हम तो सोच रहे थे कि ये (पुष्कर सिंह धामी) सरकार चला नहीं पाएंगे. लेकिन बहुत बढ़िया चला रहे हैं.'
वहीं, मंत्री गणेश जोशी की बात पर टिप्पणी करते हुए मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, 'मंत्री जोशी सीएम धामी के सामने ही पूछ रहे हैं कि तुम मुख्यमंत्री के लाइन में तो नहीं हो. अगर मंत्री जोशी ये बात पीछे पूछते तो शायद मैं इसका जवाब देता. एक तरफ तो सीएम की तारीफ कर रहे हैं. दूसरी तरफ मुझे लाइन में होने की बात पूछ रहे हैं. वैसे भी मैं अग्रवाल हूं. जल्दी से लाइन में भी नहीं आ सकता. उन्होंने आगे कहा, 'मंत्री होना, मुख्यमंत्री होना ये भगवान की कृपा या फिर हमारे भाग्य के तकदीर का खेल हो सकता है'.
गौर हो कि शनिवार को मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) के तहत देहरादून में ₹226 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया. इन योजनाओं में सिटी फॉरेस्ट परियोजना, मसूरी मॉल रोड एवं मालदेवता क्षेत्र में वॉटरफॉल का सौंदर्यीकरण कार्य, गौरा देवी पार्क एवं कृत्रिम झील का सौंदर्यीकरण व आढ़त बाजार पुनर्विकास परियोजना जैसी कई परियोजनाएं शामिल हैं.
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