बुरहानपुर: देशभर में 7 सितंबर को भगवान गणेशजी विराजमान होंगे, घरों और पंडालों का माहौल भक्तिमय हो जाएगा. दरअसल पूरे देश में बुरहानपुर गणेश उत्सव के मामले में तीसरे स्थान पर है. यहां मुंबई और पुणे की तर्ज पर गणेश उत्सव की धूम रहती है. सार्वजनिक पंडालों में सुंदर और विशाल प्रतिमाएं लोगों को आकर्षित करती हैं. 10 दिवसीय उत्सव को लेकर मूर्तिकारों ने बप्पा को अंतिम स्वरूप देना शुरू कर दिया है. भक्त बप्पा की अगुवाई के लिए बड़े ही आतुर हैं. मूर्तिकारों ने इस बार 20 से 25 फीट तक ऊंची प्रतिमाएं बनाई हैं. यह प्रतिमाएं गणेश पंडालों की शोभा को चार चांद लगाएगी. साथ ही भक्तों को देशभक्ति सहित अनेक प्रेरणादायक संदेश भी देंगी.
महाराष्ट्र-गुजरात के पंडालों की शोभा बढ़ाएंगी बुरहानपुर की मूर्तियां
ऐतिहासिक शहर बुरहानपुर में निर्मित प्रतिमाएं महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य राज्यों के सार्वजनिक पंडालों की शोभा बढ़ाएंगी. ज्ञात हो कि मूर्तिकार गणेश उत्सव के मद्देनजर 6 महीने पहले से ही भव्य प्रतिमाएं बनाने के काम में जुट जाते हैं. भक्तों की डिमांड के मुताबिक, मूर्तिकार बड़ी ही शिद्दत से बप्पा को सुंदर स्वरूप देते हैं. बुरहानपुर में आकर्षक और मन मोहक प्रतिमाएं बनाई जाती हैं. यही वजह है कि पड़ोसी राज्यों से गणेश उत्सव समिति के पदाधिकारी बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं बुक कराते हैं. एक सप्ताह पूर्व से दूर दराज शहरों के भक्तों का मूर्ति लेकर रवाना होने का सिलसिला शुरू हो गया है.
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गणेशजी की अगुवाई के लिए पुणे से बुलाया बैंड
इस साल कमल चौक, सिंधीपुरा गेट स्थित गुलाल का राजा, गौशाला प्रतापपुरा स्थित दीप का राजा, उपनगर लालबाग स्थित लालबाग का राजा, सहित नेपानगर, खकनार, शाहपुर, लोनी गांव के सार्वजनिक पंडाल में 15 से 25 फीट ऊंची प्रतिमाएं विराजमान होंगी. लोनी गांव के युवाओं ने मुंबई के मशहूर पेंटर से विशेष श्रृंगार कराया है, इससे गणेशजी की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं. यहां भगवान गणेशजी की अगुवाई के लिए पुणे से बैंड बुलाया है. 10 दिनों तक गणेश पांडाल में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होंगे, भक्त पूरे 10 दिन बप्पा की भक्ति में लीन रहेंगे. बता दें कि जिलेभर में 700 से ज्यादा सार्वजनिक पंडालों में बप्पा विराजित किए जाएंगे, अलग-अलग इलाकों में 5 से 25 फिट की मूर्तियां आकर्षण का केंद्र बनी रहेंगी, इससे पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है.