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गंभीरी ने तोड़ी गंभीरता, बांध के 4 गेट खोले, नदी में छोड़ा पानी - Gambhiri Dam

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 4, 2024, 10:51 PM IST

Updated : Sep 5, 2024, 6:30 AM IST

Gambhiri Dam, लंबे इंतजार के बाद आखिर चित्तौड़गढ़ में मानसून की मेहरबानी हुई और खाली पड़े बांधों के भरने का सिलसिला शुरु हो गया. पिछले 24 घंटों में एक बार फिर बरसात का दौर शुरू हुआ है, जिसके चलते विभिन्न जलाशयों में पानी की आवक तेज हो गई है.

Gambhiri Dam is Overflowing
गंभीरी ने तोड़ी गंभीरता (ETV Bharat Chittorgarh)

चित्तौड़गढ़: राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश के चलते जिले का सबसे बड़ा गंभीरी बांध छलक गया और इसके साथ ही इसके चार छोटे गेट खोल दिए गए. जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए गंभीरी नदी के किनारो से दूर रहने की सलाह दी है. गेट खोले जाने के साथ ही गंभीरी नदी में पानी की आवक तेज हो गई है. शहर के बीच से बहने वाले नदी भी बह चला जिससे शहरवासियों ने भी राहत की सांस ली है. लम्बे समय से गंभीरी बांध के भरने का इंतजार था.

औसत तक पहुंचा आंकड़ा : चित्तौड़गढ़ जिले में हुई बरसात के बाद इस मानसून सीजन के औसत के करीब आंकड़ा पहुंच गया है. जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार शर्मा ने बताया कि जिले के 750 एमएम औसत के मुकाबले अब तक 727.55 एमएम यानि 97 प्रतिशत वर्षा हो चुकी है. इस बरसात के साथ ही अब तक सर्वाधिक 873 एमएम वर्षा भैंसरोड़गढ़ में दर्ज की गई जबकि गंगरार में सबसे कम 578 एमएम वर्षा हुई है.

अब तक राशमी में 802, भूपालसागर में 790, निम्बाहेड़ा में 785, बेगूं में 758, कपासन में 701 और चित्तौड़गढ़ में 699 एमएम बारिश हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में जिलेभर में अच्छी वर्षा की गई. सर्वाधिक 73 एमएम वर्षा बड़ीसादड़ी में दर्ज हुई, जबकि भदेसर में 68, चित्तौड़गढ़ और डूंगला में 53, निम्बाहेड़ा में 54, बेगूं में 41, गंगरार में 33 एमएम वर्षा हुई है. इधर मौसम विभाग ने आगामी 3 दिन तक वर्षा का अलर्ट जारी किया है.

पढ़ें : गंभीरी नदी में फिर बढ़ा जलस्तर, नदी पार करने के दौरान फंसा ट्रक, ग्रामीणों ने चालक को सुरक्षित निकाला - Truck stuck in flowing water

ओराई, सांकलखेड़ा, देवलिया छलके : गंभीरी बांध के ओवर फ्लो होने के साथ ही उस पर लगातार डेढ़ फीट की चादर चल रही है. इसके साथ ही बेगूूं क्षेत्र का ओराई बांध भी छलक गया. वहीं, सांकलखेड़ा बांध और देवलिया बांध भी लबालब हो गए. बेगूं क्षेत्र के देवलिया औराई बांध लबालब होने के साथ ही भंवर पिपला में 3, खोखी बांध में 6.3, डोराई में 450, राजगढ़ में 1.50 और रूपारेल बांध में 0.80 मीटर पानी की आवक हुई है. अच्छी वर्षा के चलते कई क्षेत्रों के खेतों में पानी भर गया.

आकाशीय बिजली गिरी, भैंस की मौत : बेगूं क्षेत्र में लगातार बरसात के बाद जहां बांधों में चादर चली है वहीं मंगलवार रात उमरका खाल गांव में मांगीलाल रेगर की भैंस की बिजली गिरने से मौत हो गई. अचानक बिजली गिरने से गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इधर बेगूं क्षेत्र के पाछुन्दा, बड़ावदा, बामनहेड़ा, मेघपुरा, रायता आदि गांवों के खेतों में पानी भर गया. कई क्षेत्रों में तो कुए भी लबालब हो गए जिससे किसानों केे चेहरों पर खुशी देखी जा रही है.

घोसुंडा बांध के भरने की जगी आस, बाड़ी में आया पानी : जहां एक ओर उदयपुर संभाग का प्रमुख बांध गंभीर डेम लबालब हो गया वहीं चित्तौड़गढ़ शहर को पेयजल उपलब्ध कराने वाले घोसुंडा बांध में भी आवक शुरु हुई है. मंगलवार को उदयपुर क्षेत्र में हुई अच्छी वर्षा के बाद पिछोला, स्वरूप उदयसागर के गेट खोले गए, जिससे मार्ग में आने वाले बड़गांव और वल्लभनगर बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है. इनके भरने के साथ ही घोसुंडा बांध भरने की संभावना है.

मौसम हुआ सुहावना, तापमान गिरा : पिछले दो दिनों से तेज उमस और गर्मी के बाद हुई वर्षा के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई. रात भर हुई वर्षा के बाद सुबह भी आसमान में बादल छाए रहे और बूंदाबांदी हुई, लेकिन दोपहर में एक बार फिर धूप निकल आई. हालांकि, अनुमान लगाया गया है कि शाम से फिर तेज वर्षा का दौर शुरु हो सकता है. बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 0.5 और न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट हुई है.

चित्तौड़गढ़: राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश के चलते जिले का सबसे बड़ा गंभीरी बांध छलक गया और इसके साथ ही इसके चार छोटे गेट खोल दिए गए. जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए गंभीरी नदी के किनारो से दूर रहने की सलाह दी है. गेट खोले जाने के साथ ही गंभीरी नदी में पानी की आवक तेज हो गई है. शहर के बीच से बहने वाले नदी भी बह चला जिससे शहरवासियों ने भी राहत की सांस ली है. लम्बे समय से गंभीरी बांध के भरने का इंतजार था.

औसत तक पहुंचा आंकड़ा : चित्तौड़गढ़ जिले में हुई बरसात के बाद इस मानसून सीजन के औसत के करीब आंकड़ा पहुंच गया है. जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार शर्मा ने बताया कि जिले के 750 एमएम औसत के मुकाबले अब तक 727.55 एमएम यानि 97 प्रतिशत वर्षा हो चुकी है. इस बरसात के साथ ही अब तक सर्वाधिक 873 एमएम वर्षा भैंसरोड़गढ़ में दर्ज की गई जबकि गंगरार में सबसे कम 578 एमएम वर्षा हुई है.

अब तक राशमी में 802, भूपालसागर में 790, निम्बाहेड़ा में 785, बेगूं में 758, कपासन में 701 और चित्तौड़गढ़ में 699 एमएम बारिश हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में जिलेभर में अच्छी वर्षा की गई. सर्वाधिक 73 एमएम वर्षा बड़ीसादड़ी में दर्ज हुई, जबकि भदेसर में 68, चित्तौड़गढ़ और डूंगला में 53, निम्बाहेड़ा में 54, बेगूं में 41, गंगरार में 33 एमएम वर्षा हुई है. इधर मौसम विभाग ने आगामी 3 दिन तक वर्षा का अलर्ट जारी किया है.

पढ़ें : गंभीरी नदी में फिर बढ़ा जलस्तर, नदी पार करने के दौरान फंसा ट्रक, ग्रामीणों ने चालक को सुरक्षित निकाला - Truck stuck in flowing water

ओराई, सांकलखेड़ा, देवलिया छलके : गंभीरी बांध के ओवर फ्लो होने के साथ ही उस पर लगातार डेढ़ फीट की चादर चल रही है. इसके साथ ही बेगूूं क्षेत्र का ओराई बांध भी छलक गया. वहीं, सांकलखेड़ा बांध और देवलिया बांध भी लबालब हो गए. बेगूं क्षेत्र के देवलिया औराई बांध लबालब होने के साथ ही भंवर पिपला में 3, खोखी बांध में 6.3, डोराई में 450, राजगढ़ में 1.50 और रूपारेल बांध में 0.80 मीटर पानी की आवक हुई है. अच्छी वर्षा के चलते कई क्षेत्रों के खेतों में पानी भर गया.

आकाशीय बिजली गिरी, भैंस की मौत : बेगूं क्षेत्र में लगातार बरसात के बाद जहां बांधों में चादर चली है वहीं मंगलवार रात उमरका खाल गांव में मांगीलाल रेगर की भैंस की बिजली गिरने से मौत हो गई. अचानक बिजली गिरने से गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इधर बेगूं क्षेत्र के पाछुन्दा, बड़ावदा, बामनहेड़ा, मेघपुरा, रायता आदि गांवों के खेतों में पानी भर गया. कई क्षेत्रों में तो कुए भी लबालब हो गए जिससे किसानों केे चेहरों पर खुशी देखी जा रही है.

घोसुंडा बांध के भरने की जगी आस, बाड़ी में आया पानी : जहां एक ओर उदयपुर संभाग का प्रमुख बांध गंभीर डेम लबालब हो गया वहीं चित्तौड़गढ़ शहर को पेयजल उपलब्ध कराने वाले घोसुंडा बांध में भी आवक शुरु हुई है. मंगलवार को उदयपुर क्षेत्र में हुई अच्छी वर्षा के बाद पिछोला, स्वरूप उदयसागर के गेट खोले गए, जिससे मार्ग में आने वाले बड़गांव और वल्लभनगर बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है. इनके भरने के साथ ही घोसुंडा बांध भरने की संभावना है.

मौसम हुआ सुहावना, तापमान गिरा : पिछले दो दिनों से तेज उमस और गर्मी के बाद हुई वर्षा के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई. रात भर हुई वर्षा के बाद सुबह भी आसमान में बादल छाए रहे और बूंदाबांदी हुई, लेकिन दोपहर में एक बार फिर धूप निकल आई. हालांकि, अनुमान लगाया गया है कि शाम से फिर तेज वर्षा का दौर शुरु हो सकता है. बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 0.5 और न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट हुई है.

Last Updated : Sep 5, 2024, 6:30 AM IST
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