रायपुर: 3 अक्टूबर से नवरात्र के पावन पर्व की शुरुआत हो चुकी है. यह 12 अक्टूबर तक चलेगा. नवरात्र के नौ दिनों में गरबा समिति के लोग रास गरबा का आयोजन करते हैं. आयोजन समितियों की ओर से रास गरबा में एंट्री के लिए पैसे लिए जाते हैं. ऐसे में अमलेश्वर स्थित खारुन नदी के तट पर श्री महाकाल धाम में यह आयोजन 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक 4 दिवसीय रास गरबा का आयोजन होने जा रहा है, जो पूरी तरह से निशुल्क है. पास की व्यवस्था भी श्री महाकाल धाम के द्वारा की गई है. समिति की ओर से लोगों को निशुल्क पास दिया जा रहा है. एक पास में चार लोग इस रास गरबा में हिस्सा ले सकते हैं.
गरबा के लिए फ्री एंट्री: श्री महाकाल धाम प्रमुख पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि भगवान के पास आने के लिए किसी तरह के पैसे के खर्च करने की जरूरत नहीं है. यहां का पूरा खर्च श्री महाकाल धाम के द्वारा निर्वहन किया जाता है. चार दिनों तक होने वाले रास गरबा का यह आयोजन पूरी तरह से निशुल्क आयोजन है. नवरात्रि के बारे में उन्होंने बताया कि यह माता पार्वती के पर्व का उत्सव है. माता पार्वती और भगवान कात्यायनी को साक्षी मानकर सभी भक्त एक उत्सव के रूप में रास गरबा को करते हैं. ऐसा कहा जाता है की रास गरबा करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
श्री महाकाल धाम में होगा गरबा: श्री महाकाल धाम के प्रमुख पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि अमलेश्वर के श्री महाकाल धाम में नवरात्रि के पावन पर्व पर रास गरबा का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही और कई अन्य तरह के पर्व और त्योहार का भी उत्सव इस श्री महाकाल धाम में आयोजित किया जाता है. श्री महाकाल धाम भगवान भोलेनाथ के साथ ही माता पार्वती और अन्य देवी देवताओं के भी दर्शन भक्तजन आसानी से कर सकते हैं. श्री महाकाल धाम में रास गरबा के दौरान अश्लीलता या फूहड़ता पूरी तरह से प्रतिबंधित है.