देहरादून: थाना बंसत विहार क्षेत्र अंर्तगत भूमफिया गिरोह ने एक बिजनेसमैन के साथ 97 करोड़ रुपये की जमीन डील के नाम पर 3.80 करोड़ रुपये की ठगी की है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पीड़ित को मुनाफे का अधिक हिस्सा देने का झांसा दिया था. बहरहाल मामले में पुलिस ने 13 आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
जमीन के नाम पर करोड़ों की ठगी: जीएमएस रोड निवासी सतीश कुमार सैनी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नवंबर 2020 में अमजद अली और अदनान नाम के व्यक्ति ने उससे उनकी सिडकुल हरिद्वार की भूमि को खरीदने के लिए संपर्क किया था, लेकिन किसी कारण से यह सौदा नहीं हो पाया. इसके बाद जनवरी 2021 में अमजद अली, साहिल गर्ग और शरद गर्ग उनके शोरूम में आए और कहा कि एक बाबा हैं, जिनका नाम मलकीयत सिंह है, जो बाबा बूढ़ा दल समिति के हेड हैं. इन्हें हॉस्पिटल और गुरुद्वारा निर्माण के लिए जमीन की जरूरत है. इसके बाद 15 जनवरी 2021 को मलकीयत सिंह, संजय गुप्ता, अदनान, आशीष, सोलंकी, राजा और चन्नी आए. जिसके बाद पीड़ित सतीश सैनी ने इन्हें अपने दोस्त की दो जमीनें दिखाई और जमीन की मिट्टी भी दी. उसी दिन अमजद अली और अदनान ने कहा कि झाझरा में उनके जानने वाले की 70 बीघा जमीन है, इसे भी बाबा जी को दिखा देते हैं. दो दिन बाद अमजद का कॉल आया कि जो जमीन उन्होंने दिखाई थी. उसकी मिट्टी पास हो गई है.
प्रति बीघा 1.39 करोड़ रुपये में तय हुआ था सौदा: आरोपी अमजद और अदनान ने बताया कि जो 70 बीघा जमीन बाबा को दिखाई है, उसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड निवासी आशिक कुमार के नाम पर है. जिससे पीड़ित सतीश सैनी की मुलाकात आशिक कुमार से भी करवाई गई और आशिक कुमार ने भी कागज दिखाने की बात कही. सभी आरोपियों ने कहा कि सतीश सैनी इसका अनुबंध अपने नाम करवा ले और फिर मुनाफा काटकर इसे आगे बाबा को बेच दे. बाबा के साथ प्रति बीघा 1.39 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ है, जबकि यह जमीन 95 लाख रुपये बीघा के भाव में मिल रही है.
30 करोड़ रुपये से अधिक लाभ का दिया गया झांसा: उसके बाद सभी आरोपियों ने सतीश सैनी को झांसा दिया कि इस डील में उनका फायदा है, क्योंकि, बाबा जी को जमीन बेचने के बाद 30 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ एक झटके में मिलेगा. लिहाजा, अनुबंध तैयार करने का नाटक भी आरोपियों ने शुरू कर दिया. कुछ आरोपियों ने किसी न किसी बहाने से मुनाफे में से अपना हिस्सा पहले ही मांगना शुरू किया, तो पीड़ित सतीश सैनी भी रकम देते चला गया और आरोपियों को 3.80 करोड़ रुपये दे दिए.
अनुबंध पत्र से लेकर बैंक ड्राफ्ट फर्जी: पीड़ित सतीश सैनी को संदेह न हो, इसके लिए आरोपी सीए अतीत ने कहा कि 30 करोड़ रुपये के बैंक ड्राफ्ट बन गए हैं. 10 करोड़ रुपये का एक ड्राफ्ट आरोपी संजीव गर्ग ने उन्हें भी दिखाया और अन्य ड्राफ्ट की फोटो अपने मोबाइल में दिखाई. कुछ समय बाद जब आरोपियों ने पीड़ित का कॉल उठाना बंद कर दिया, तब पीड़ित सतीश को ठगी का अहसास हुआ. छानबीन करने पर पता चला कि जमीन के अनुबंध पत्र से लेकर बैंक ड्राफ्ट सब कुछ फर्जी है. कुछ के पते भी फर्जी मिले.
आरोपियों ने वापस किए 21 लाख रुपये : वहीं, जब पीड़ित सतीश कुमार सैनी ने आरोपियों को मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी, तो अलग-अलग किश्तों में उन्हें 21 लाख रुपये वापस कर दिए गए. लेकिन, अभी भी सतीश को 3.59 करोड़ रुपये वापस नहीं मिल पाए हैं. इस दौरान यह बात भी सामने आई कि जिस गिरोह ने सतीश को ठगा है, वह सहारनपुर सहित अलग-अलग राज्यों में कई फर्जीवाड़े कर चुका है. इनके खिलाफ देवबंद, सहारनपुर कोतवाली देहात, नागल, जगाधरी, मुजफ्फरनगर, सरधना, गंगोह आदि में मुकदमे दर्ज हैं. यह जानकारी भी मिली है कि अमजद और अदनान जिला मुजफ्फरनगर में जेल में बंद हैं और अशोक कुमार भी धोखाधड़ी के केस में जेल जा चुका है.
एसपी सिटी बोले केस दर्ज कर जांच शुरू: एसपी सिटी प्रदीप कुमार ने बताया कि पीड़ित सतीश सैनी की तहरीर के आधार पर अशोक कुमार निवासी टी-एस्टेट बंजारावाला,साहिल गर्ग निवासी जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा),शरद गर्ग निवासी जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा),अमजद अली निवासी छुटमलपुर (सहारनपुर),अदनान निवासी अलीपुर (सदर बाजार सहारनपुर),संजय गुप्ता निवासी जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा),संजीव गर्ग निवासी जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा),आशीष गुप्ता निवासी जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा),सोलंकी निवासी वसंत विहार, देहरादून,मलकीयत सिंह निवासी नाडा साहिब, पंचकुला,राजा निवासी नाडा साहिब, पंचकुला,चन्नी निवासी नाडा साहिब, पंचकुला और राजीव चौहान निवासी वसंत विहार, देहरादून के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
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