मुंगेर: बिहार के मुंगेर में नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. जमालपुर में 82 लोगों ने पुलिस को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गयी है. जॉलीवुड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा ठगी का मामला प्रकाश में आया है. ठग द्वारा यूट्यूब पर वीडियो देखने के नाम पर नौकरी का झांसा दिया और करोड़ों रुपए की ठगी कर ली. आसपास के विभिन्न जिलों से करीब 600 से भी ज्यादा लोगों से 15 से 20 करोड़ की ठगी कर ली.
कंपनी का एमडी फरारः घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. बताया जाता है कि खुद को कंपनी का एमडी बताने वाला मकान, दुकान और फ्लैट में ताला लगाकर परिवार के साथ फरार हो गया है. जिले के आदर्श थाना जमालपुर क्षेत्र के केएस परिसर दौलतपुर में बीते कुछ वर्षों से इस कंपनी का संचालन किया जा रहा था. कंपनी के फरार होने की सूचना पर ठगी के शिकार पीड़ितों ने थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज करवाई है.
पुलिस से कार्रवाई की मांगः कंपनी ने शुरुआती दौर में कुछ लोगों को निवेश पर अच्छा मुनाफा भी लौटायी थी. लेकिन अब अधिकांश लोगों का सपना टूट गया. जब कंपनी के सीएमडी जितेंद्र कुमार राजीव नामक व्यक्ति फरार हो गया. कंपनी में ताला लगा लोग आक्रोशित हो गए. मोहम्मद तालिब सहित 82 लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन आदर्श थाना जमालपुर में देते हुए करोड़ों रुपए के ठगी करने का मामला उजागर हुआ.
ऑपरेटर गिरफ्तारः जमालपुर पुलिस ने सीएमडी जितेंद्र कुमार राजीव के ऑपरेटर ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र के नयागांव निवासी धीरज कुमार को हिरासत में ले लिया है. जबकि सीएमडी के एक परिचित राजा कुमार की लोगों ने पिटाई कर दी. पीड़ित मोहम्मद तालिब ने बताया कि वह और उसके रिश्तेदारों के द्वारा इस कंपनी में लगभग 50 लाख रुपए इन्वेस्ट किए थे. कंपनी ने कुछ दिनों तक मुनाफा भी दिया पर उसके बाद वह पैसे लेकर फरार हो गया.
इन सब लोगों को बनाया शिकारः पीड़ितों में मुंगेर के मोहम्मद तालिब, वीरू, अरविंद, शैल कुमारी, सौरव, अमन,अजीत, रवि रंजन, दीपक, पीहू, गायत्री देवी, सीमा देवी सहित अन्य हैं. बताया कि आदर्श थाना जमालपुर क्षेत्र के नया टोला फूलका निवासी इंद्रदेव तांती का पुत्र जितेंद्र कुमार राजीव बीते 4 साल से जॉलीवुड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से केएस कंपलेक्स जमालपुर में ऑफिस खोलकर अध्यक्ष बना हुआ था.
अन्य जिलों में 600 से अधिक लोग जुड़े हैंः उसके सहयोगियों में धरहरा थाना क्षेत्र के सारोबाग गांव निवासी कैलाशपति का पुत्र संतोष कुमार निर्देशक के पद पर था. उसका ड्राइवर प्रियरंजन कुमार, गार्ड जयवर्धन तांती, कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर धीरज कुमार, राजा कुमार सहित अन्य इन्वेस्टर के माध्यम से करीब 600 से भी ज्यादा लोगों को इस कंपनी में जोड़ा था. साथ ही हर एक व्यक्ति से करीब दो से ढाई लाख रुपए से अधिक यानी कि कुल 15 करोड़ रुपए की राशि लेकर भाग गया.
"चार दिनों पूर्व हुई मीटिंग में सभी को राशि लौटाने की मांग की गई थी लेकिन राशि लौटी नहीं गई. अब कार्यालय और घर पर ताला जड़कर कंपनी के लोग परिवार सहित फरार चल रहे हैं. मोटी रकम की ठगी से मानसिक और आर्थिक शोषण हो रहा है." -मोहम्मद तालिब
50 लाख रुपए का निवेशः पीड़ितों में सानू कुमार, रवि कुमार, दयानंद, शशिकांत, सुबोध, श्यामा देवी, द्रौपदी देवी, अंशु कुमारी, मंजू कुमारी, कन्हैया कुमार सहित अन्य जमालपुर आदर्श थाना परिसर में मौजूद थे. तालिब कुमार ने बताया कि इस कंपनी में जमालपुर, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर के कई लोग जुड़े हुए थे. उन्हें एक आईडी दी गई थी. एक व्यक्ति से दो से ढाई लाख रुपए लिए जाते थे. मैंने अपने परिवार के करीब 20 लोगों को इस कंपनी से जोड़ा था और करीब 50 लाख रुपए लगाया था.
सवा करोड़ रुपए का निवेशः उन्होंने बताया कि अरविंद ने कई लोगों को जोड़कर 40 लाख रुपए दिए थे, जबकि सबसे ज्यादा बबलू से करीब सवा करोड़ रुपए से अधिक कंपनी में इन्वेस्ट कराया गया था. किसी को साल भर से तो किसी को साथ 8 महीने तक प्रत्येक व्यक्ति को 15 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाता था. कंपनी द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को लिंक दे दिया जाता था जिस पर यूट्यूब पर गाना, वीडियो व अन्य वस्तुओं को देखना होता था.
वीडियो देखने पर मिलती थी सैलरीः करीब 4800 वीडियो देखने के बाद एक रैंक मिलती थी. जिस पर 15000 वेतन दिया जाता था. एक व्यक्ति की आईडी के नीचे कई लोग जुड़े हुए थे. आफिस को कुछ इस तरह सजाया था कि हर एक को नौकरी मिलने की संभावना प्रबल हो गई थी. प्रचार-प्रसार में करोड़ों रुपए भी लगाए गए थे. अपने पांच दर्जन सुपर वर्कर को ईएमआई पर गाड़ी दिलवा दी थी. एक दर्जन को चार पहिया वाहन खरीद कर दिया था. उनकी गाड़ियों पर जॉलीवुड की स्टिकर लगाकर प्रचार किया था.
"ठगी के मामले में आवेदन प्राप्त हुआ है. आवेदन मिलते ही पुलिस ने आरोपी धीरज कुमार को हिरासत में ले लिया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश के साथ-साथ घटना की जांच में पुलिस जुट गई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी." -राजीव कुमार, थानाध्यक्ष, जमालपुर
यह भी पढ़ेंः